
प्रयागराज में कुंभ मेले में हो रहे विकास का जायजा लेते अफसर।
Prayagraj Today News। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज आगमन के पूर्व अफसरों की चिंता देखी जा सकती है। कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही एवं सुस्ती अफसरों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। बारिश बौर बाढ़ के चलते महाकुंभ 2025 के अधिकतर निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहे हैं। बाढ़ के कारण मेला क्षेत्र में तो अभी तक काम शुरू ही नहीं हो पाया है। कुंभ मेला प्रशासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है कि रविवार को प्रयागराज आ रहे मुख्यमंत्री को क्या बताया जाए और क्या दिखाया जाए।
50 फीसद भी काम नहीं हुआ पूरा
महाकुंभ की दृष्टि से कराए जा रहे 384 निर्माण कार्यों में 75 से अधिक ऐसे हैं, जिनका अभी तक 50 फीसद भी काम पूरा नहीं हुआ है। पीडीए के 15 सड़कों तथा दो फ्लाईओवर का काम तो नवंबर में भी पूरा नहीं हो पाने की बात कही जा रही है। इस लेट लतीफी को देखते हुए ही प्रमुख सचिव नगर विकास ने 15 नवंबर तक काम पूरा करने का मौका दिया है, जबकि, इसके पूर्व 31 अक्तूबर ही तारीख की गई थी। कार्यों की प्रगति को इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हनुमान मंदिर कारिडोर का काम अभी मौके पर नहीं दिख रहा। इसी तरह से रिवर फ्रंट रोड का काम भी रुक गया है। हालांकि, प्रयागराज के मंडलायुक्त ने इसको तत्काल शुरू करने के निदेश दिए हैं।
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छतनाग में आनन-फानन में सड़क बनाने का काम शुरू
सबसे ज्यादा शिकायत प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर कराए जा रहे सड़क चौड़ीकरण एवं नाली निर्माण को लेकर हैं। इसका अंदाजा इस बात से जा सकता है कि चेतावनी के बाद भी छतनाग में आनन-फानन में सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया गया है, जबकि अभी तक नाली निर्माण का काम भी पूरा नहीं हो सका है। इसके अलावा बिजली के पोल हटाने का काम भी समानांतर चल रहा है। यही स्थिति अन्य सड़कों की भी है।
लोक निर्माण विभाग की 19, पर्यटन के पांच निर्माण कार्य भी पीछे
इसी तरह से लोक निर्माण विभाग की 19, पर्यटन के पांच निर्माण कार्य भी काफी पीछे हैं। मेला क्षेत्र की स्थिति तो और चिंताजनक है। पानी होने की वजह से मेला क्षेत्र में अभी कोई काम शुरू नहीं हो सका है। बिजली विभाग की ओर से परेड में शुक्रवार को अस्थाई विद्युत उपकेंद्र के लिए भूमि पूजन किया गया, लेकिन अन्य कोई काम शुरू नहीं हो पाया है। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री के निरीक्षण कार्यक्रम को काफी सीमित रखा गया है।
यही कारण है कि सीएम योगी प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत मोटरबोट से निरीक्षण करेंगे लेकिन किला घाट से सिर्फ संगम तक जाएंगे। इसके अलावा अन्य निरीक्षण कार्यों में अक्षयवट, हनुमान मंदिर कॉरिडोर, अलोपी देवी, भरद्वाज आश्रम, वेणीमाधव मंदिर ही शामिल हैं। इनके अलावा आईईआरटी फ्लाईओवर तथा नैनी में दो सड़कों के निरीक्षण का कार्यक्रम ही प्रस्तावित है।
जाम और सड़कों पर गड्ढों से हलकान शहरी
निर्माण कार्यों में लापरवाही ने शहरियों का जीवन भी कठिन कर दिया है। पूरे शहर में सड़कों पर गड्ढे हैं। इसके अलावा शहरी जाम से भी परेशान हैं। अलोपीबाग फ्लाईओवर निर्माण के कारण घंटों जाम लगा रहता है। इसे लेकर पिछले महीने आए मुख्यमंत्री से महापौर तथा पार्षदों ने पीडीए की कार्यशैली को लेकर शिकायत भी की थी। इसके बाद भी लोगों की परेशानी बनी हुई है।
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