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प्रयागराज (कुंभ 2025),[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। कुंभ मेला जो भारतीय संस्कृति का एक अनूठा पर्व है, के प्रति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रुचि बढ़ती जा रही है। अमेरिका, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस जैसे देशों से श्रद्धालुओं की ओर से कई एनक्वायरी सामने आई हैं, जो इस महापर्व में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं।
इन देशों से आई एनक्वायरी
- अमेरिका : भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक महाकुंभ में भाग लेने के लिए विशेष रुचि दिखा रहे हैं। वहां के लोग संगम में स्नान और धार्मिक अनुष्ठानों के अनुभव को साझा करना चाहते हैं।
- ब्राजील : ब्राजील से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में शामिल होने के लिए जानकारी मांगी है। ब्राजील में भारतीय संस्कृति का बढ़ता प्रभाव इस एनक्वायरी का प्रमुख कारण है।
- ऑस्ट्रेलिया : ऑस्ट्रेलिया में बसे भारतीय समुदाय के सदस्य महाकुंभ के अद्भुत अनुभव का हिस्सा बनने के लिए उत्सुक हैं। वहां से भी यात्रा संबंधी जानकारी की मांग बढ़ी है।
- फ्रांस : फ्रांस में भारतीय संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले लोग महाकुंभ की धार्मिकता और आध्यात्मिकता को महसूस करना चाहते हैं। यहां से भी अनेक एनक्वायरी आई हैं।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ का पर्व हर 12 वर्ष में चार प्रमुख नदियों के संगम पर मनाया जाता है। यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों के संगम का भी प्रतीक है। विदेशों से आ रहे श्रद्धालुओं का महाकुंभ में भाग लेना भारत की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है।
महाकुंभ 2025 के प्रति वैश्विक रुचि और एनक्वायरी यह दर्शाती है कि यह पर्व केवल भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अनुभव है। विभिन्न देशों के श्रद्धालुओं की रुचि से यह स्पष्ट है कि महाकुंभ 2025 एक महान अंतरराष्ट्रीय उत्सव बनने जा रहा है।