
सीएम योगी आदित्यनाथ फाइल फोटो
प्रयागराज[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। माघी पूर्णिमा का स्नान प्रयागराज महाकुंभ के दौरान अत्यधिक महत्व रखता है। यह दिन उन श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो संगम में पवित्र स्नान करके पुण्य अर्जित करना चाहते हैं। हिंदू धर्म में इसे मोक्ष प्राप्ति का अवसर माना जाता है। इस दिन लाखों श्रद्धालु संगम में आकर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं और जीवन के कठिन दुखों से मुक्ति की कामना करते हैं।
माघी पूर्णिमा की महिमा
माघी पूर्णिमा को विशेष धार्मिक महत्व प्राप्त है, क्योंकि यह दिन संगम में स्नान करने और पवित्र पुण्य प्राप्त करने के लिए आदर्श समय माना जाता है। माघ मास के इस दिन को मोक्ष की प्राप्ति का अवसर भी माना जाता है, जिसके कारण यह दिन लाखों भक्तों के लिए महत्वपूर्ण बन जाता है। माघी पूर्णिमा के स्नान को जीवन के सभी पापों से मुक्ति के रूप में देखा जाता है।
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़
हर साल, माघी पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचते हैं। इस साल भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक तैयारियां की हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की निगरानी में व्यवस्थाएं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा स्नान के दौरान व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। वह सुबह 4 बजे से ही स्नान घाटों की निगरानी कर रहे हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। सीएम योगी ने सुरक्षा व्यवस्था, प्रशासन की तैयारी और स्नान घाटों की स्थिति की जांच की।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
प्रशासन ने सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की है। यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष डाइवर्टेड रूट्स और पार्किंग स्थानों का प्रबंध किया गया है। इसके साथ ही अस्थायी स्नान घाटों पर जलपान, चिकित्सा सहायता, और अन्य आवश्यक सेवाओं की भी व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न हो।
कुंभ मेले में पवित्र स्नान की तैयारी
प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए अस्थायी स्नान घाटों और सुविधाओं का निर्माण किया गया है। संगम में स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा, जलपान, शौचालय, और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह व्यवस्थाएं कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई हैं।