
फाइल फोटो।
लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत ने विवाद का रूप ले लिया है। इस मामले में थाना प्रभारी समेत कई पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या और साजिश रचने का केस दर्ज किया गया है। यह घटना न केवल पुलिस कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि राजनीतिक प्रतिक्रिया भी तेज हो रही है।
क्या है घटना का पूरा मामला?
चिनहट के जैनाबाद के निवासी मोहित कुमार (30) को पुलिस ने शनिवार को हिरासत में लिया था। उसी रात उसकी तबीयत खराब हो गई और उसे अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। मृतक के परिवार वालों ने पुलिस पर मोहित की पिटाई का आरोप लगाया, जिसके चलते उनकी मौत हुई।
विपक्ष का कड़ा रुख, सरकार को घेरने की कोशिश
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए इसे “अत्याचार गृह” का मामला बताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि इस तरह की घटनाएं सरकार की असफलता का प्रतीक हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी पुलिस पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा के राज में पुलिस क्रूरता का पर्याय बन चुकी है।
पुलिस की सफाई और जांच
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसमें मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। रासायनिक विश्लेषण के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें मोहित को हवालात में लेटा हुआ दिखाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।