
लखनऊ: पछुआ हवाओं ने बढ़ाई गलन
लखनऊ [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश में सर्दी का सितम चरम पर पहुंच गया है। पछुआ हवाओं की तेज रफ्तार ने गलन को और बढ़ा दिया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, ठंड का यह दौर जनवरी के पहले सप्ताह तक जारी रह सकता है। न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। घने कोहरे के कारण प्रदेश के कई जिलों में दृश्यता शून्य तक पहुंच गई है, जिससे सड़क और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
कोहरे का कहर
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में घने कोहरे की चादर छाई हुई है। सुबह के समय वाहन चालकों को दृश्यता की कमी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कोहरे की वजह से ट्रेनों और उड़ानों में देरी हो रही है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है। दिन के समय भी कोहरे के बने रहने से धूप का नामोनिशान नहीं है, जिससे ठंड और बढ़ गई है।
तापमान में गिरावट
पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट हो सकती है। लखनऊ में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। वीलोंकों के साथ रहने वालों को ग्लनी के कारण क्षेत्र परिवेशोकों की आशंका है।
पछुआ हवाओं का प्रभाव
पछुआ हवाओं की गति में वृद्धि होने के कारण ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जा रहा है। इन हवाओं की वजह से गलन बढ़ी है, जिससे लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं। ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव और हीटर का सहारा ले रहे हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले कुछ दिनों तक पछुआ हवाओं का प्रभाव बना रहेगा।
जनजीवन प्रभावित
ठंड और कोहरे के कारण दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम हो गई है, और कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। मजदूर वर्ग और सड़क किनारे काम करने वाले लोगों के लिए यह सर्दी किसी चुनौती से कम नहीं है। ठंड से बचाव के लिए प्रशासन ने राहत शिविरों और अलाव की व्यवस्था की है।
किसानों पर असर
कोहरे और ठंड का असर किसानों पर भी पड़ रहा है। रबी की फसलों, खासकर गेहूं और सरसों की फसलों पर कोहरे का सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक समय तक कोहरे की स्थिति फसलों के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
ठंड और कोहरे के कारण स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं। सर्दी, जुकाम और सांस की बीमारियों के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। डॉक्टरों ने बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जा रही है।
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने ठंड से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। रैन बसेरों में अलाव और कंबलों की व्यवस्था की गई है। साथ ही, आपात स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक ठंड का प्रकोप जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट और पछुआ हवाओं के तेज होने की संभावना है। कोहरे की स्थिति भी बनी रहेगी, जिससे दिन में भी ठंड महसूस होगी। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जरूरी काम से ही घर से बाहर निकलें और ठंड से बचाव के उपाय करें।