
लखनऊ में भिखारियों की आमदनी का सर्वे की फाइल फोटो।
लखनऊ [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर निगम, समाज कल्याण विभाग और डूडा (DUDA) द्वारा कराए गए सर्वे में भिखारियों की आमदनी का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस सर्वे में पाया गया कि लखनऊ के लोग प्रतिदिन 63 लाख रुपए तक की भीख देते हैं, जिसमें भिखारियों की दैनिक कमाई 3 हजार रुपए तक होती है।
सर्वे में 5312 भिखारी पाए गए
लखनऊ में हुए इस सर्वे में कुल 5312 भिखारी मिले हैं, जो मुख्यतः हरदोई, बाराबंकी, सीतापुर और रायबरेली से आते हैं। यह सर्वे नगर निगम, समाज कल्याण विभाग और डूडा के समन्वय से कराया जा रहा है, जिससे शहर में भिखारियों के वास्तविक हालात और उनकी जरूरतों का सही आकलन किया जा सके।
महिलाओं की कमाई पुरुषों से अधिक
सर्वे के आंकड़े दर्शाते हैं कि लखनऊ की सड़कों पर भीख मांगने में महिलाएं पुरुषों से आगे हैं। इन महिलाओं की औसतन दैनिक आय 3000 रुपए तक पहुंच जाती है, जो उनके पुरुष समकक्षों से अधिक है।
क्या है सर्वे का उद्देश्य?
इस सर्वे का उद्देश्य भिखारियों की वास्तविक स्थिति का पता लगाना है ताकि सरकार और समाज कल्याण विभाग उनकी सहायता के लिए योजनाओं को कारगर बना सकें। साथ ही, यह पहल उन्हें मुख्यधारा में लाने और पुनर्वास की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
सर्वे की जरूरत क्यों
लखनऊ में भिखारियों के जीवनस्तर को सुधारने और उनकी मूलभूत जरूरतों की पहचान के लिए यह सर्वे एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे उनके पुनर्वास के लिए कारगर योजनाएं बनाई जा सकेंगी।
सर्वे की खास बातें
- 63 लाख रुपए रोजाना भीख देते हैं लखनऊ के लोग
- सर्वे में राजधानी लखनऊ में 5312 भिखारी मिले
- नगर निगम, समाज कल्याण और डूडा कर रहा है सर्वे
- भिखारियों की आमदनी को लेकर सर्वे में हुआ खुलासा
- 3 हजार रुपए तक रोजाना कमा रहे हैं लखनऊ के कई भिखारी
- भीख की कमाई कमाने में महिलाएं पुरुषों से अव्वल
- हरदोई, बाराबंकी, सीतापुर, रायबरेली के हैं अधिकतर भिखारी