
फिर सड़क पर उतरे नोएडा के किसान।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा प्राधिकरण के बाहर सोमवार को किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जबरदस्त प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन मंच के बैनर तले सैकड़ों किसान प्राधिकरण के बाहर इकट्ठा हुए। दोपहर एक बजे हरौला बारात घर से पैदल मार्च करते हुए किसान नोएडा प्राधिकरण पहुंचे, जहां मुख्य सड़क पर उन्हें बैरिकेड्स लगाकर रोका गया। इसके बाद किसानों ने सड़क पर बैठकर पंचायत की और कहा कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, प्रदर्शन जारी रहेगा।
किसानों की मुख्य मांगें
1- 5 प्रतिशत मूल प्लॉट की मांग: जिन किसानों को अब तक 5 प्रतिशत के मूल प्लॉट नहीं मिले हैं, उन्हें तुरंत प्लॉट दिए जाएं।
अतिरिक्त 5 प्रतिशत भूखंड या धनराशि: जिन किसानों के मामले अदालत में हैं, और जिनके पक्ष में फैसला आ चुका है, उन्हें अतिरिक्त 5 प्रतिशत भूखंड या धनराशि दी जाए।
2- गांवों का विकास: सभी 81 गांवों का विकास सेक्टरों की तर्ज पर किया जाए, ताकि गांवों को भी बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
3- मुआवजा और भूखंड: सभी किसानों को 1997 से 64.7 प्रतिशत मुआवजा और 10 प्रतिशत विकसित भूखंड दिए जाएं।
4- आबादी का समाधान: 81 गांवों की आबादी को 450 मीटर से 1000 मीटर तक विस्तार करते हुए इसका संपूर्ण समाधान किया जाए।
5- प्लॉट आवंटन और स्वामित्व योजना: 1976 से 1997 तक के सभी किसानों को कोटा स्कीम के तहत प्लॉट आवंटित किए जाएं और स्वामित्व योजना लागू की जाए।
6- नक्शा नीति समाप्त: गांवों में लागू नक्शा नीति को समाप्त किया जाए, क्योंकि यह व्यावहारिक नहीं है।
किसानों की पंचायत और प्राधिकरण की प्रतिक्रिया
भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान मांग की गई कि किसानों की वार्ता जिलाधिकारी (डीएम) से कराई जाए। इस बीच, नोएडा प्राधिकरण की ओर से ओएसडी क्रांति शेखर ने किसानों से बातचीत की।
10 अक्टूबर को हुए विरोध के बाद से बढ़ा प्रदर्शन
यह प्रदर्शन 10 अक्टूबर को हुए विरोध के बाद से बढ़ा है। उस वक्त किसानों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए थे और प्राधिकरण को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। किसानों की मांग है कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए, अन्यथा उनका आंदोलन और तेज होगा।