
नोएडा प्राधिकरण।
नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। भारतीय किसान यूनियन मंच ने नोएडा प्राधिकरण को 23 नवंबर तक का समय देते हुए कड़ा अल्टीमेटम दिया है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि इस तिथि तक किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए, तो वे व्यापक विरोध प्रदर्शन करने को तैयार हैं। इस घोषणा के साथ ही संगठन ने अपने आंदोलनों को और तेज करने का संकेत दिया।
गुरुवार को आयोजित धरने की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन मंच के नेता जगबीर बैसोया ने की, जबकि मंच का संचालन रिंकू यादव ने किया। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसानों की समस्याओं का समाधान होने तक नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अशोक चौहान ने जानकारी दी कि 19 नवंबर को नोएडा प्राधिकरण के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में किसानों की विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए थे, जिनमें प्रमुख था किसानों को न्यायालय से मिले 10 प्रतिशत भूखंडों का मुआवजा।
इस संदर्भ में, यह निर्णय लिया गया कि 23 नवंबर को किसानों को उनके भूखंड के बदले 22 हजार रुपये प्रति मीटर की धनराशि दी जाएगी। साथ ही, 15 दिनों के भीतर गेझा, तिलपताबाद और याकूबपुर गांवों का खसरावर सर्वेक्षण किया जाएगा। इसके अलावा, सेक्टर 146 में 45 दिनों के भीतर सभी भूखंडों को लगाने पर भी सहमति बनी है।
किसान कोटे प्लॉट पर भी लिया गया निर्णय
किसान कोटे के भूखंडों पर निर्णय लेने के लिए दो अधिकारियों की एक समिति भी गठित की गई है। हालांकि, संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि 23 नवंबर तक इन वादों का पालन नहीं किया गया, तो संगठन कड़ा विरोध प्रदर्शन करेगा। इस विरोध प्रदर्शन में अधिकारियों के घरों का घेराव और बॉर्डर जाम करने जैसे कठोर कदम शामिल हो सकते हैं।
सुधीर चौहान की चेतावनी
भारतीय किसान यूनियन मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर चौहान ने चेतावनी दी है कि 23 नवंबर को किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं किए गए तो संगठन सड़कों पर उतरेगा। किसानों ने साफ कर दिया है कि अगर उनके मुद्दों का समाधान नहीं होता, तो उनका विरोध और तेज होगा।