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ग्रेटर नोएडा,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, मनोज कुमार सिंह, ने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता पर हल करने के लिए गंभीरता से कदम उठाने का निर्देश दिया है। ग्रेटर नोएडा में शनिवार को आयोजित एक बैठक में, उन्होंने नोएडा, ग्रेटर नोएडा, और यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी किसानों की समस्याओं का निवारण शीघ्र और प्रभावी ढंग से किया जाए।
मुख्य सचिव ने प्रदेश के डीजीपी, प्रशांत कुमार, के साथ बैठक की, जिसमें तीनों प्राधिकरणों और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान की सूची तैयार की जाए और उन्हें मिलने वाले लाभ में किसी भी प्रकार की देरी न हो। इसके अलावा, उन्होंने किसानों की समस्याओं को निस्तारित करने में कोई भी अवरोध उत्पन्न करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
किसानों के लाभों की प्राथमिकता पर निस्तारण
मुख्य सचिव ने उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों पर चर्चा करते हुए कहा कि किसानों की पात्रता निर्धारण, अतिरिक्त प्रतिकर और लीजबैक के प्रकरणों को प्राथमिकता पर हल किया जाए। इसके लिए गांवों में शिविर आयोजित करने का सुझाव दिया गया, जिससे किसानों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक मार्गदर्शन मिल सके।
उन्होंने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत भूमिहीन किसानों की पात्रता का निर्धारण करने के निर्देश दिए, ताकि उन्हें वेंडिंग जोन में स्थान आवंटित किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने किसानों के कामों में रुकावट उत्पन्न करने वाले अधिकारियों को चिन्हित करने की बात की और ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर हुई बैठक
मुख्य सचिव ने बैठक में बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों की समस्याओं को हल करने के प्रति अत्यधिक गंभीर हैं, और उनके निर्देश पर ही यह बैठक आयोजित की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों के कामों में लापरवाही या किसी भी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक में शामिल अधिकारी
इस बैठक में उत्तर प्रदेश के पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह, मेरठ मंडलायुक्त जे. सेल्वा कुमारी, नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एम लोकेश, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, यीडा की एसीईओ श्रुति, नोएडा के एसीईओ संजय खत्री, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, सुनील कुमार सिंह और अन्य उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।