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कौशांबी, [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क ] कानपुर डिरेल प्रकरण में मंगलवार को एटीएस ने कौशांबी के दो मदरसों में छापा मारा है। हालांकि, ऐसे किसी संदिग्ध के पकड़े जाने की जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं, जिले की पुलिस इस तरह के किसी छापे की जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर कर रही है।
कानपुर में बीते दिनों ट्रेन को पलटाने की साजिश के मामले में यूपी एटीएस सक्रिय है। संदेह के दायरे में आए कई लोगों से पूछताछ भी की गई। इस दौरान तीन संदिग्ध से जानकारी हासिल करने के बाद पता चला कि कौशांबी में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे दो मौलाना पीएफआइ के एजेंट हैं।
वह घटना में शामिल हो सकते हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो मंगलवार को एटीएस ने कौशांबी के सरायअकिल व चरवा स्थित दो मदरसों में छापा मारा। बताया जा रहा है कि यहां छिपे दो मौलाना ऐसे हैं, जो फर्जी तरीके से भारतीय नागरिकता लिए हुए हैं और वे नेपाल के रहने वाले हैं।
इनमें एक फिरोज नाम का व्यक्ति है, जिसके खिलाफ कौशांबी समेत कानपुर व फतेहपुर में भी मुकदमे पंजीकृत हैं। यह दोनों मौलाना युवाओं का ब्रेन वाश करके ऐसी घटनाओं को अंजाम देते हैं।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि इंटरनेट मीडिया के जरिए उन्हें भी एटीएस के छापे की जानकारी मिली है। इसे लेकर उच्चाधिकारियों से संपर्क भी किया गया, लेकिन अब तक ऐसी कोई जानकारी हासिल नहीं हो पाई है।