
कन्नौज में ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’, महिलाओं को मिलेगा कृषि में काम करने का अवसर
कन्नौज,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। कन्नौज में अब महिलाएं कृषि के क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग लेंगी, और इसके लिए उन्हें ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ का हिस्सा बनाया जाएगा। इस योजना के तहत महिलाएं ड्रोन उड़ाकर खेती में सहायता करेंगी और उर्वरकों का छिड़काव करेंगी। खास बात यह है कि इस योजना में महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को विशेष अवसर मिलेगा, ताकि वे कृषि क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा सकें और खेती किसानी में पुरुषों का सहयोग कर सकें।
नमो ड्रोन दीदी योजना का उद्देश्य और महत्त्व
‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में एक नया मंच प्रदान करना है। इसके तहत महिलाएं ड्रोन उड़ाकर उर्वरकों का छिड़काव करेंगी, जो कि पारंपरिक तरीकों से कहीं अधिक प्रभावी और समय बचाने वाला तरीका है। इसके माध्यम से महिलाओं को न केवल तकनीकी ज्ञान मिलेगा, बल्कि उन्हें कृषि क्षेत्र में कार्य करने का एक नया अवसर भी प्राप्त होगा। इस योजना के तहत महिलाएं न केवल उर्वरकों के छिड़काव में मदद करेंगी, बल्कि इससे उनकी सामाजिक स्थिति में भी सुधार होगा।
महिलाओं को मिलेगा कृषि क्षेत्र में अवसर
कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए इस योजना का उद्देश्य कृषि कार्यों में उनका सहयोग बढ़ाना है। कन्नौज में महिलाएं इस योजना के तहत ड्रोन का संचालन सीखेंगी और इसके माध्यम से उर्वरकों का छिड़काव करेंगी। इससे खेती में उत्पादकता में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि ड्रोन के माध्यम से उर्वरकों का छिड़काव अधिक प्रभावी और त्वरित तरीके से किया जा सकता है। इसके साथ ही, महिलाएं कृषि के अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग करेंगी, जिससे खेती किसानी में पुरुषों का काम आसान होगा।
स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा मौका
‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। इन समूहों के माध्यम से महिलाएं ड्रोन उड़ाने की तकनीकी शिक्षा प्राप्त करेंगी और उर्वरकों का छिड़काव करने में सक्षम होंगी। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है, जिससे उन्हें न केवल कृषि कार्यों में सहयोग का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाया जाएगा। इस योजना के तहत महिलाओं को न केवल नई तकनीक सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह उन्हें अपने समाज में एक नई पहचान दिलाने में भी मदद करेगा।
डीएम द्वारा अधिकारियों को निर्देश
कन्नौज के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) ने ‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। डीएम ने अधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे इस योजना के तहत महिलाओं को सभी आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करें और उन्हें कृषि क्षेत्र में काम करने के लिए आवश्यक उपकरण और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही, डीएम ने कृषि विभाग को यह निर्देश भी दिया है कि वे किसानों और महिलाओं के बीच इस योजना के बारे में जागरूकता फैलाएं, ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके।
ड्रोन तकनीक का लाभ और प्रभाव
ड्रोन तकनीक के माध्यम से उर्वरकों का छिड़काव करने के कई फायदे हैं। पारंपरिक तरीकों की तुलना में ड्रोन के माध्यम से काम तेज, सुरक्षित और प्रभावी होता है। ड्रोन उर्वरक छिड़कने का कार्य ज्यादा समय नहीं लेता और इससे खेतों में समान रूप से उर्वरक फैलता है। इसके अलावा, ड्रोन की सहायता से महिला किसानों को अपनी मेहनत और समय बचाने में मदद मिलेगी। इस तकनीक से न केवल महिलाएं अपनी कृषि क्षमता को बेहतर बना सकेंगी, बल्कि यह तकनीकी ज्ञान उन्हें भविष्य में और भी कृषि कार्यों में सहायक बनेगा।
कृषि क्षेत्र में तकनीकी बदलाव की दिशा में एक कदम
‘नमो ड्रोन दीदी योजना’ के माध्यम से कन्नौज में कृषि क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाने की कोशिश की जा रही है। महिलाओं को ड्रोन उड़ाने की तकनीकी शिक्षा देना, और उर्वरकों का छिड़काव करने के लिए उन्हें प्रशिक्षित करना, एक क्रांतिकारी कदम है। इससे न केवल महिलाओं को नए अवसर मिलेंगे, बल्कि यह कृषि क्षेत्र को भी अधिक आधुनिक और कुशल बनाएगा। इस योजना से महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।