
कन्नौज में बाल श्रम पर कसा शिकंजा: संयुक्त अभियान में तीन बच्चे मुक्त
कन्नौज[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश सरकार की बाल श्रम विरोधी नीति के तहत कन्नौज ज़िले में पुलिस, AHTU (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) और श्रम विभाग की संयुक्त टीम ने एक विशेष अभियान चलाया। इसका मकसद था—नाबालिग बच्चों को मजदूरी से मुक्त कराना और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना।
कहां से और कैसे मुक्त कराए गए बाल श्रमिक
अभियान के दौरान तीन बाल श्रमिकों को विभिन्न दुकानों और कार्यस्थलों से मुक्त कराया गया। बच्चों को चाय की दुकान, मैकेनिक शॉप और गारमेंट वर्कशॉप जैसे स्थानों पर काम करते पाया गया था। टीम ने मौके पर जाकर जांच की और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया।
विभागों की भूमिका और समन्वय
पुलिस विभाग ने अभियान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ कर छानबीन की जिम्मेदारी निभाई। वहीं, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने बच्चों की पहचान की और यह भी जांच की कि कहीं मामला मानव तस्करी से जुड़ा तो नहीं है। श्रम विभाग ने बचाए गए बच्चों को कानूनी संरक्षण प्रदान किया और बाल श्रम कानूनों के तहत नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की।
बच्चों की काउंसलिंग और पुनर्वास
मुक्त कराए गए बच्चों को बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहां से उन्हें आश्रय गृहों में भेजा गया और उनके पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू की गई है।
दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
श्रम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर बाल श्रम अधिनियम के अंतर्गत FIR दर्ज की गई है। दोषी दुकानदारों और मालिकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।