
जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुए आतंकवादी हमला। फाइल फोटो।
नई दिल्ली [TV 47 न्यूजनेटवर्क] । जम्मू-कश्मीर के डोडा में हुए आतंकवादी हमले को लेकर मोदी सरकार के एक्शन से घाटी में सक्रिय आतंकवादी संगठनों के कान खड़े हो गए हैं। रक्षा मंत्री ने सेना को आतंकवादियों के खिलाफ खुली छूट दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार यानी 16 जुलाई को इस हमले के बाद सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से फोन पर बात की। उन्होंने सेना प्रमुख को आतंकी घटनाओं को लेकर सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए। इसके साथ यह भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या घाटी में एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की जा सकती है।
सर्च अभियान के समय आतंकवादियों ने किया हमला….
सेना ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने रात करीब पौने आठ बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। इसके बाद बौखलाए हथियारों से लैस आतंकी संगठन ने सेना पर हमला बोल दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इस एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल हुए एक अधिकारी समेत सेना के चार जवानों की मंगलवार को मौत हो गई। आधिकारिक सूत्रों ने चार मौतों की जानकारी दी है।
सेना ने अपनी घेराबंदी मजबूत की….
उधर, सेना ने आतंकवादियों से निपटने के लिए अपनी घेराबंदी मजबूत कर दी है। सेना के सहयोग के लिए इलाके में अतिरिक्त बल भेजा गया है। डोडा में सर्च आपरेशन और मुठभेड़ अभी जारी है। इस बीच इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है।
क्या कहा रक्षा मंत्री ने ….
राजनाथ सिंह ने जरनल उपेंद्र द्विवेदी को फोन कर कहा कि आतंकवादी और उनके संगठनों को लेकर कोई ढिलाई न बरती जाए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख से डोडा में आतंकियों के साथ चल रहे मुठभेड़ को लेकर भी जानकारी ली। सेना प्रमुख से उचित एक्शन लेने की बात कही है।