
फाइल फोटो।
प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क] झूंसी में सोमवार रात रामबरात के दौरान अराजकतत्वों द्वारा की गई पत्थरबाजी से हर्षोल्लास का माहौल अचानक तनाव में बदल गया। रात करीब 8:15 बजे, रामबरात के बीच में अचानक एक पत्थर लक्ष्मण का रूप धरे दीपक शुक्ल की गर्दन में लग गया, जिससे अफरातफरी मच गई। इस घटना के बाद रामबरात को रोकना पड़ा और आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी।
अराजकतत्व को जल्द और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को शांत कराया। पुलिस ने अराजकतत्व को जल्द से जल्द पकड़ने और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद करीब आधे घंटे के बाद रामबरात को दोबारा आगे बढ़ाया गया। रामलीला कमेटी झूंसी के कोषाध्यक्ष रवि अग्रवाल ने कहा कि इस घटना को लेकर पुलिस को तहरीर दी जाएगी।
सुरक्षा और सुविधाओं की कमी पर सवाल
रवि अग्रवाल ने बताया कि जिस स्थान पर यह घटना घटी, वहां स्ट्रीट लाइट बंद थी। इस संबंध में नगर निगम और बिजली विभाग के अधिकारियों को पहले से सूचित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। रामबरात में पुलिस सुरक्षा की भी उचित व्यवस्था नहीं थी, जिससे अराजकतत्वों को ऐसी हरकत करने का मौका मिल गया।
रामबरात के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमी
थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह ने बताया कि अराजकतत्व की पहचान की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना को लेकर तहरीर मिलते ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने रामबरात के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमी को उजागर किया है, जिससे आने वाले समय में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सकेगी।
रामबरात जैसी धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं में इस तरह की अराजक घटनाएं समाज के लिए चिंता का विषय हैं। इस घटना ने दिखाया कि प्रशासन को ऐसे आयोजनों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।