
File Photo
झांसी,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु देखभाल इकाई (NICU) में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां आग लगने से कम से कम 10 शिशुओं की मौत हो गई, जबकि 16 अन्य बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। यह घटना अस्पताल के एनआईसीयू में शार्ट सर्किट के कारण हुई, जिससे शोक की लहर दौड़ गई।
हादसा रात करीब 10:45 बजे हुआ
झांसी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 10:45 बजे एनआईसीयू में आग लग गई, जिसका मुख्य कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग के तुरंत बाद, अस्पताल के कर्मचारियों और अधिकारियों ने बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना शुरू किया, और सभी बच्चों को बाहर निकाला गया। हालांकि, 10 बच्चों की जान नहीं बचाई जा सकी।
मृतकों में 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलसे
मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल में उस समय 50 से अधिक बच्चे भर्ती थे। इनमें से कुछ बच्चों को एनआईसीयू के बाहरी हिस्से में रखा गया था, जबकि गंभीर हालत वाले बच्चों को भीतरी हिस्से में रखा गया था। आग के बाद, बाहर के बच्चों को जल्दी निकाल लिया गया, लेकिन भीतरी हिस्से में करीब 30 बच्चे मौजूद थे। अधिकतर बच्चों को निकाल लिया गया, लेकिन 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए हैं और उनका इलाज जारी है।
महोबा के दंपति ने खोया नवजात बच्चा
झांसी के पास स्थित महोबा जिले के एक दंपति ने इस हादसे में अपने नवजात बच्चे को खो दिया है। बच्चे की मां ने दर्द भरे शब्दों में बताया कि उनका बच्चा 13 नवंबर को सुबह आठ बजे जन्मा था, लेकिन हादसे में वह जलकर मारा गया। मां ने रोते हुए कहा, “मेरा बच्चा आग में जलकर मर गया।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
इस हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया और जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि हादसे में घायल बच्चों का इलाज समुचित रूप से किया जाए। सरकार की ओर से दुर्घटना की जांच के आदेश भी दिए गए हैं और मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात की गई है।
आग का कारण – शार्ट सर्किट
प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह हादसा शार्ट सर्किट के कारण हुआ, जिसके कारण अस्पताल में आग लगी। अधिकारियों ने इस हादसे को लेकर कहा कि अस्पताल में बच्चों की देखभाल के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया।