
झांसी अग्निकांड डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
झांसी [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। झांसी मेडिकल कालेज में हुई आग की घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया। इस दर्दनाक हादसे में 10 बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए। घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने पीड़ित परिवारों और घायलों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की और घटनास्थल का निरीक्षण भी किया।
मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उनके दुख में साझीदार बने। उन्होंने मृतक बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके अलावा जो बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उनके इलाज के लिए 50 हजार रुपये की मदद भी दी जाएगी। ब्रजेश पाठक ने यह भी कहा कि सरकार इस कठिन घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।
घटनास्थल का निरीक्षण और प्रशासनिक कार्रवाई
घटना के बाद ब्रजेश पाठक ने घटनास्थल का दौरा किया और अस्पताल प्रशासन से घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा मानकों की समीक्षा की। इसके साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा हादसे की विस्तृत जांच के आदेश भी दिए हैं। ब्रजेश पाठक ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और अस्पतालों में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए।
हादसे के बाद की प्रशासनिक तैयारी
झांसी में हुई इस आग की घटना ने प्रदेश भर में अस्पतालों की सुरक्षा के मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि सभी सरकारी अस्पतालों में फायर सेफ्टी और अन्य सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। इसके अलावा, मरीजों की सुरक्षा के लिए अस्पतालों में नियमित निरीक्षण और सुरक्षा प्रशिक्षण की योजना बनाई जाएगी।
अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की खुली पोल
झांसी मेडिकल कालेज में हुई आग की घटना ने एक बार फिर अस्पतालों में सुरक्षा मानकों के महत्व को उजागर किया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक द्वारा मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता और गंभीर घायलों के इलाज के लिए मदद की घोषणा एक सकारात्मक कदम है। सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के संकेत दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हो। इस घटना ने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों को और सख्त बनाने की आवश्यकता को बल दिया है।