
जौनपुर के दूल्हे का ऑनलाइन निकाह
जौनपुर [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के जौनपुर में एक अनोखा निकाह चर्चा का विषय बन गया है। भाजपा नेता तहसीन शाहिद के बेटे मोहम्मद अब्बास हैदर ने पाकिस्तान की लाहौर निवासी अंदलीप ज़हरा से ऑनलाइन निकाह किया। दोनों देशों के बीच खराब राजनीतिक संबंधों और वीजा के जटिल प्रक्रियाओं ने इस जोड़े के लिए चुनौती खड़ी कर दी, लेकिन तकनीक के सहारे उनके रिश्ते को नई दिशा मिली।
कैसे हुआ ऑनलाइन निकाह?
तहसीन शाहिद ने अपने बेटे की शादी पाकिस्तान के लाहौर में रहने वाली अपनी रिश्तेदार अंदलीब ज़हरा से तय की थी। निकाह के लिए दोनों परिवार उत्साहित थे, लेकिन वीजा मिलने में देरी और दुल्हन की मां की अचानक तबीयत खराब हो जाने के कारण निकाह का पारंपरिक आयोजन असंभव हो गया। दुल्हन की मां राणा यास्मीन जैदी को आईसीयू में भर्ती कराया गया, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई।
इन चुनौतियों के बीच दोनों परिवारों ने ऑनलाइन निकाह का रास्ता अपनाने का फैसला किया। शुक्रवार की रात जौनपुर के कल्लू मरहूम के इमामबाड़े में दूल्हा और उनके परिवारजन एकत्रित हुए, जबकि दुल्हन और उनका परिवार लाहौर में ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। शिया धर्मगुरु मौलाना महफूजुल हसन खान ने इस निकाह को संपन्न कराया।
क्या है निकाह का इस्लामिक दृष्टिकोण
मौलाना महफूजुल हसन खान ने बताया कि इस्लाम धर्म में लड़की की सहमति बेहद आवश्यक होती है। ऑनलाइन माध्यम से भी अगर लड़की अपनी सहमति मौलाना को दे, तो निकाह कराया जा सकता है। यही प्रक्रिया यहां भी अपनाई गई, और दोनों पक्षों के मौलाना इस निकाह में शामिल हुए।
वीजा संबंधी अपील
निकाह के बाद, दूल्हे मोहम्मद अब्बास हैदर ने वीज़ा प्रक्रिया में तेजी लाने की अपील की ताकि उनकी दुल्हन जल्द से जल्द भारत आ सके। दुल्हन की विदाई और दोनों के एक साथ रहने का सपना अब वीज़ा प्रक्रिया पर निर्भर है।
राजनीतिक तनाव और सीमा पार विवाह
भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से राजनीतिक संबंध तनावपूर्ण रहे हैं, जिससे लोगों को व्यक्तिगत और पारिवारिक स्तर पर भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस ऑनलाइन निकाह ने दिखाया कि सीमाओं के बावजूद, दिलों की डोर बंधी रह सकती है।