
जालौन में शॉर्ट सर्किट से लगी आग में दो बच्चों की दर्दनाक मौत। फाइल फोटो।
जालौन [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में रामपुरा थाना क्षेत्र के बहराई गांव में एक दर्दनाक हादसा हुआ। बृहस्पतिवार को शॉर्ट सर्किट के कारण एक किसान के घर में बने छप्पर में आग लग गई, जिसमें चार वर्षीय कन्हैया और एक वर्षीय सूरज की झुलसकर मौत हो गई। इस घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है।
हादसे का कारण: शॉर्ट सर्किट कैसे बनता है दुर्घटना का कारण ?
शॉर्ट सर्किट तब होता है जब विद्युत प्रवाह सही तरीके से संचालित नहीं होता है और एक ही तार में विपरीत चार्ज के तार आपस में संपर्क में आ जाते हैं। इससे अत्यधिक गर्मी उत्पन्न होती है, जो आग का कारण बन सकती है। पुराने और असुरक्षित वायरिंग सिस्टम, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, इस प्रकार के हादसों की संभावना को बढ़ाते हैं।
आखिर कैसे लगी आग ?
रामपुरा थाना क्षेत्र के बहराई गांव में किसान दयाशंकर के घर में लगे छप्पर में शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। आस-पास के लोगों ने जब आग को देखा, तो उन्होंने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बच्चों के जले हुए शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इस तरह की घटनाओं से बचने के उपाय
- सही वायरिंग और नियमित निरीक्षण: घर की वायरिंग को समय-समय पर चेक करवाएं और पुराने तारों को बदलवाएं।
- मूल्यांकन और सुरक्षात्मक उपकरण: बिजली के मुख्य बोर्ड में सर्किट ब्रेकर या फ्यूज का इस्तेमाल करें, ताकि शॉर्ट सर्किट की स्थिति में विद्युत प्रवाह तुरंत बंद हो जाए।
- बच्चों को जागरूक बनाएं: बच्चों को बिजली के उपकरणों से दूर रखें और उन्हें समझाएं कि विद्युत से होने वाले खतरे क्या हो सकते हैं।
- आस-पड़ोस की सुरक्षा व्यवस्था: ऐसे हादसों में सामुदायिक सुरक्षा और सामूहिक प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। गांव के लोग मिलकर सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं।
इस घटना से जुड़े अन्य सवाल
क्या गांवों में ऐसे हादसे आम हैं?
- ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर असुरक्षित बिजली की वायरिंग और कम सुरक्षा उपायों के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं।
सरकार क्या कर सकती है?
- सरकार ग्रामीण इलाकों में बेहतर बिजली नेटवर्क और सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकती है। साथ ही, सुरक्षा और बिजली उपयोग की जागरूकता के लिए अभियान चलाए जा सकते हैं।