
प्रो हर्ष वी पंत की फाइल फोटो।
नई दिल्ली [रमेश मिश्र ]। अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी में कमला हैरिस का नाम आते ही भारतियों में एक खुशी की लहर दौड़ पड़ी। भारत को लगने लगा कि कमला यदि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में विजयी होती हैं तो भारत और भारतीयों के हित में होगा। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कमला के राष्ट्रपति बनने के बाद सच में भारत के संबंधों पर अच्छा असर पड़ेगा। क्या भारत-अमेरिका संबंध अपने स्वर्ण युग में चले जाएंगें? आखिर कमला की उम्मीदवारी पर भारत क्यों खुश है? क्या कमला भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता देंगी? ऐसे तमाम सवाल हैं जो भारतीयों के मन में है? आइए जानते हैं कि कमला के जीत का भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इस मामले में विशेषज्ञों की क्या राय है।
भारतीयों में उत्साह के मायने ….
प्रो हर्ष वी. पंत (किंग्स कालेज, लंदन के रक्षा अध्ययन विभाग और इंडिया इंस्टीट्यूट में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर ने टीवी 47 से बातचीत में कहा कि किसी भी देश के राष्ट्राध्यक्ष के लिए उसके राष्ट्रहित सर्वोपरि होते हैं। उन्होंने कहा कि कमला हैरिस अगर अमेरिका की राष्ट्रपति बनती हैं तो उनके लिए भी अमेरिकी हित सर्वोच्च होंगे। प्रो पंत ने कहा कि पूर्व पीएम ऋषि सुनक भी जब ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने तो इसे लेकर भारतीयों में काफी उत्साह था। सुनक ब्रिटेन के पहले हिंदू पीएम थे। उन्होंने कहा कि सुनक के प्रधानमंत्री बनने से उम्मीद जताई जा रही थी कि भारत और ब्रिटेन से संबंधों में मजबूती देखने को मिलेगी।
मगर सुनक के अपने कार्यकाल के दौरान कई समझौते धरे रह गए। जैसे मुक्त व्यापार समझौते यानी एफटीए पर कोई बात नहीं बन सकी। इसके अलावा ग्रेजुएट वीजा स्कीम, ब्रिटेन जाने की पात्रता जैसे सुनक के कई फैसले भारतीयों के हक में नहीं माने गए। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व भी भारतीय पहचान से जुड़ीं कमला जब उपराष्ट्रपति बनीं थी तब भी भारत में इसी तरह का उत्साह था। देश के मंदिरों में पूजा की गई, रंगोली बनाकर कमला को शुभकामनाएं भी दी गईं।
जब मोदी के निमंत्रण पर कमला नहीं आईं भारत …..
उन्होंने कहा कि जून 2021 में जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए तब उन्होंने कमला को भारत आने का निमंत्रण दिया था। हालांकि वह एक बार भी भारत की यात्रा पर नहीं आईं। प्रो पंत, कमला के राष्ट्रपति बनने और भारत के साथ उनके मधुर रिश्तों को लेकर बहुत उत्साही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम भारतीय रिश्तों को लेकर अति संवेदनशील और भावुक होते हैं। उन्होंने कहा कि कमला के उपराष्ट्रपति बनने से भारत-अमेरिका संबंधों पर कोई खास असर नहीं होगा।
भारतीय पहचान बताने से कतराती है कमला ….
प्रो पंत का कहना है कि ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री सुनक की तरह कमला हैरिस अपनी भारतीय पहचान को आगे नहीं रखती हैं। वह अपनी जमैका की पहचान पर ज्यादा जोर देती रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर कमला राष्ट्रपति के चुनाव में विजयी होती हैं तो भारत-अमेरिका संबंधों के मुकाबले इसका अमेरिकी राजनीति पर ज्यादा असर होगा। उपराष्ट्रपति रहने के दौरान दोनों देशों के संबंधों पर वैसा प्रभाव नहीं पड़ा, जैसी उम्मीद जताई जा रही थी। प्रो पंत ने कहा कि अगर कमला राष्ट्रपति बनीं तो संबंध वैसे ही बने रहेंगे जैसे पहले थे। भारत सरकार के बाइडन प्रशासन से सही संबंध रहे हैं और कमला हैरिस भी उसका हिस्सा रही हैं।
ट्रंप की जीत के मायने ….
प्रो पंत का कहना है कि अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतते हैं तो भारत के लिए कई चुनौतियां आ सकती हैं। ट्रंप अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बेहतर करने, प्रदूषण के मामले में भारत की मदद नहीं करने जैसे कई फैसले ले सकते हैं। ट्रंप के पहले कार्यकाल में दोनों देशों के संबंध अच्छे थे। अलबत्ता ट्रंप को दूसरा कार्यकाल मिलता है तो ये दोनों देशों संबंधों के लिए अप्रत्याशित सफर होगा।