
इमरान मसूद की फाइल फोटो।
सहारनपुर [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। इमरान मसूद के खिलाफ आरोप तय होने से राजनीतिक गलियारों में फिर से चर्चा का विषय बन गया है। यह मामला 2014 का है, जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे, और मसूद ने उनके खिलाफ विवादित बयान दिया था। अब अदालत में इस मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी, जिससे मसूद के राजनीतिक भविष्य पर असर पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में विशेष एमपी-एमएलए अदालत में आरोप तय कर दिए गए हैं। यह टिप्पणी वर्ष 2014 में की गई थी, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार थे।
2014 में हुआ था मामला दर्ज
सरकारी वकील गुलाब सिंह के अनुसार, मसूद पर यह आरोप 27 मार्च 2014 को दर्ज किया गया था। उस वक्त देवबंद थाना क्षेत्र के लबकरी गांव में एक चुनावी सभा के दौरान, मसूद ने मोदी के खिलाफ ‘बोटी-बोटी’ कर देने की धमकी दी थी, जो कि एक बेहद आपत्तिजनक बयान था। इसके साथ ही, उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के दो विधायकों के बारे में भी अपमानजनक टिप्पणियां की थीं।
सोशल मीडिया पर विवादित बयान का वीडियो हुआ था वायरल
इमरान मसूद की टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी विवाद हुआ था। उनका बयान तेजी से वायरल हुआ, जिससे देशभर में राजनीति में हलचल मच गई थी। मसूद की इस बयानबाजी को लेकर राजनीतिक विवाद खड़ा हुआ, जिससे उनकी छवि पर गहरा असर पड़ा।
अदालत में आरोप तय
विशेष एमपी-एमएलए अदालत के न्यायाधीश मोहित शर्मा ने मंगलवार को मसूद के खिलाफ आरोप तय किए। सरकारी वकील गुलाब सिंह ने बताया कि इस मामले में अदालत में 19 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे, जिनके आधार पर अदालत ने मसूद पर आरोप तय करने का फैसला सुनाया।
राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव
इमरान मसूद का राजनीतिक सफर कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। उन्होंने वर्ष 2023 में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का दामन थामा था, लेकिन उसी साल वह फिर से कांग्रेस में लौट आए। इसके बाद, उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में सहारनपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी।