
फाइल फोटो।
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। जिले के यमुनानगर के केचुआ गांव में एक सगाई समारोह के दौरान खुशी का माहौल उस समय मातम में बदल गया जब दुल्हन के भाई द्वारा की गई हर्ष फायरिंग में एक 7 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई और दो अन्य बच्चे घायल हो गए। यह घटना सोमवार शाम करछना थाना क्षेत्र में हुई, जहां सगाई का समारोह खुशी-खुशी चल रहा था।
अमन यादव ने अपने लाइसेंसी असलहे से हर्ष फायरिंग की
सगाई समारोह के दौरान दुल्हन के भाई अमन यादव ने अपने लाइसेंसी असलहे से हर्ष फायरिंग की। फायरिंग के दौरान गोली का छर्रा सात वर्षीय कार्तिक यादव को जा लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। साथ ही, 10 और 11 वर्ष की आयु के दो अन्य बच्चे भी इस हादसे में घायल हो गए। घटना के तुरंत बाद, घायल बच्चों को नजदीकी भीरपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने कार्तिक को मृत घोषित कर दिया।
दुल्हन के भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सगाई समारोह के दौरान अमन यादव ने बिना सावधानी के फायरिंग की। इसके कारण यह दर्दनाक घटना घटी। हर्ष फायरिंग के नाम पर की गई यह कार्रवाई अब एक परिवार के लिए अपार दुख का कारण बन गई है। पुलिस ने बताया कि दुल्हन के भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
परिजनों की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत
असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर करछना, वरुण कुमार ने बताया दी कि इस घटना के बाद परिजनों की तहरीर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। इसके साथ ही अमन यादव के लाइसेंसी असलहे के लाइसेंस को निरस्त करने की सिफारिश की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
सगाई समारोह में शोक की लहर
सगाई समारोह में खुशी का माहौल एक छोटे से हादसे के कारण शोक में बदल गया। इस घटना ने न केवल मृत बच्चे के परिवार को गहरा आघात पहुंचाया है, बल्कि समाज में हर्ष फायरिंग जैसी अनियंत्रित गतिविधियों के खतरों को भी उजागर किया है।
हर्ष फायरिंग बनाम कानून
हर्ष फायरिंग की घटनाएं आमतौर पर खुशियों के मौकों पर देखी जाती हैं। कई बार यह उत्सव दु:खद घटनाओं में बदल जाता है। यह घटना भी इसी ओर इशारा करती है कि ऐसे मामलों में कानूनी नियंत्रण और सावधानी बेहद जरूरी है।
प्रयागराज की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हर्ष फायरिंग पर सख्त नियंत्रण की जरूरत है। इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा और जागरूकता जरूरी है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें।