
सीएम योगी आदित्यनाथ फाइल फोटो
लखनऊ (TV 47 न्यूज नेटवर्क)। डा. मनमोहन सिंह के निधन के कारण पूरे देश में राष्ट्रीय शोक की अवधि घोषित की गई है। इस दौरान, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज प्रयागराज का निर्धारित दौरा रद कर दिया गया है। यह निर्णय प्रशासन और राजनीतिक साख दोनों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि देश के पूर्व प्रधानमंत्री के निधन को उचित सम्मान दिया जा सके।
सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज दौरा रद
सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज दौरा, जो महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियों के सिलसिले में था, राष्ट्रीय शोक के कारण स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने इस दौरे में श्री पंच निर्मोही अनी, श्री पंच निर्वाणी अनी और श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़ा के शिविरों में धर्मध्वजा पूजन व स्थापना में शामिल होने की योजना बनाई थी। उनके मार्गदर्शन में तीनों अखाड़ों की धर्मध्वजाएं स्थापित की जानी थीं, जैसा कि कुंभ 2019 के पहले भी हुआ था। लेकिन डा. मनमोहन सिंह के निधन के बाद देशभर में शोक की लहर के चलते इस कार्यक्रम को स्थगित किया गया।
प्रयागराज और राज्य सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया
प्रयागराज के प्रशासन ने इस शोक के कारण सभी सरकारी कार्यों को स्थगित करने की योजना बनाई है। प्रशासनिक अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि शोक की अवधि के दौरान कोई भी सार्वजनिक या सरकारी गतिविधि न हो। महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियों में कोई कमी नहीं आएगी और राज्य सरकार का ध्यान पूरी तरह से कुम्भ की तैयारियों पर केंद्रित रहेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ का अगला दौरा राष्ट्रीय शोक की अवधि समाप्त होने के बाद फिर से निर्धारित किया जाएगा, ताकि कुम्भ मेला की तैयारियां बिना किसी विघ्न के जारी रहें।
महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियां जारी
हालांकि, सीएम योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज दौरा रद हो गया है, लेकिन महाकुंभ मेला 2025 की तैयारियां जारी रहेंगी। राज्य सरकार ने इस महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए सभी विभागों को दिशा-निर्देश दिए हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा, स्वास्थ्य, सफाई और यातायात के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
महाकुंभ मेला भारत का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस आयोजन में मुख्यमंत्री का योगदान महत्वपूर्ण होता है और उनका मार्गदर्शन मेले की सफलता के लिए आवश्यक होता है।
डा. मनमोहन सिंह का निधन और राष्ट्रीय शोक
डा. मनमोहन सिंह, जो भारतीय राजनीति के एक सम्मानित और प्रभावशाली नेता थे, 27 दिसंबर 2024 को निधन हो गए। उनके निधन ने न केवल भारतीय राजनीति को प्रभावित किया, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी शोक की लहर फैल गई। डा. सिंह के कार्यकाल को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर माना जाता है। उनके नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक मंदी के बावजूद महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी और अन्य प्रमुख नेताओं ने डा. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने उनकी नीति और योगदान को याद किया और कहा कि उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के इतिहास में हमेशा याद रहेगा। उनके निधन के बाद सभी प्रमुख पार्टियों ने शोक व्यक्त किया और देशभर में राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया।
राष्ट्रीय शोक की अवधि और उसके प्रभाव
राष्ट्रीय शोक के दौरान सभी सार्वजनिक और सरकारी कार्यक्रमों को स्थगित करने की घोषणा की गई थी। राजनीतिक नेताओं को इस शोक के समय सार्वजनिक आयोजनों से दूर रहने की अपील की गई। इसके साथ ही, कोई भी उत्सव या खुशी का आयोजन नहीं किया जाएगा। सरकार ने शोक की अवधि के दौरान शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के निर्देश दिए।