
हरियाणा की YouTuber ज्योति मल्होत्रा
लखनऊ [TV 47 न्यूज नेटवर्क ] हरियाणा की प्रसिद्ध यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और इसमें आरोप है कि वह भारत में रहते हुए पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां उपलब्ध कराती थी। यह खबर पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है क्योंकि यह भारत- पाकिस्तान संबंधों को प्रभावित कर सकती है।
ज्योति मल्होत्रा का परिचय और सोशल मीडिया पर सक्रियता
ज्योति मल्होत्रा एक लोकप्रिय यूट्यूबर हैं, जो ‘ट्रैवल विद जो’ नामक चैनल चलाती हैं। उन्होंने अपने चैनल के माध्यम से विभिन्न यात्रा व व्लॉग्स बनाए हैं, जिनमें उन्होंने कई बार पाकिस्तान की यात्रा भी की है। इन वीडियो में वे पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों का दौरा करती नजर आई हैं। ज्योति की यात्रा व वीडियो उनके फॉलोअर्स के बीच काफी लोकप्रिय हैं, लेकिन अब यह मामला उनके खिलाफ गंभीर आरोपों के साथ सामने आया है।
पाकिस्तान यात्रा और जासूसी की संदिग्ध गतिविधियां
साल 2023 में, ज्योति मल्होत्रा ने वीजा कमीशन के माध्यम से पाकिस्तान की यात्रा की थी। रिपोर्टों के अनुसार, इस यात्रा के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के अधिकारियों और खुफिया एजेंसियों के साथ संपर्क बनाया। विशेष रूप से, पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी दानिश के साथ उनकी मुलाकात हुई, जिसके साथ उनके गहरे संबंध बन गए।
दलाल सूत्रों का कहना है कि दानिश के माध्यम से ज्योति को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अन्य एजेंट्स से परिचय कराया गया। इनमें अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज का नाम शामिल है। राणा शहबाज का नाम उनके फोन में ‘जट्ट रंधावा’ के नाम से सेव था, जो कि उसके संदिग्ध संबंधों को दर्शाता है।
खुफिया जानकारियों का भारत में पहुंचना
आरोप है कि ज्योति मल्होत्रा भारत में रहकर पाकिस्तान को खुफिया जानकारियां पहुंचाती थी। वह भारत की महत्वपूर्ण सामरिक, सुरक्षा और अन्य सूचनाओं को पाकिस्तान के एजेंट्स तक पहुंचाती थी। यह गतिविधियां न केवल देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता का विषय हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति के संपर्क में आए कई पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने भारत में जासूसी गतिविधियों को अंजाम दिया। इन एजेंट्स के पास भारत की खुफिया जानकारी से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं मौजूद थीं।
गिरफ्तारी और जांच के कदम
खुफिया एजेंसियों ने लंबी जांच और सतर्कता के बाद ज्योति मल्होत्रा को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने अपने जुर्म को स्वीकार किया है और अपने संबंधों का खुलासा किया है। जांच एजेंसियों का कहना है कि इस मामले में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है।
गिरफ्तारी के बाद, देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, संबंधित एजेंसियों ने आरोपियों के फोन, लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरणों की तलाशी ली है। इन डेटा की मदद से जांच जारी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और जासूसी से जुड़ी चिंताएं
यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से अत्यंत गंभीर है। भारत की खुफिया जानकारी पाकिस्तान को पहुंचाने वाले इस तरह के जासूसी नेटवर्क देश के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और इस तरह की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
इस घटना ने देश में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और जासूसी रोधी उपायों की अहमियत को फिर से उजागर किया है। सरकार ने इस संबंध में कड़े कदम उठाने की बात की है और कहा है कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
कानूनी कार्रवाई और भविष्य की योजनाएं
ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और संबंधित कानूनों के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि कितने और लोग इस जासूसी नेटवर्क का हिस्सा हैं।
सरकार ने कहा है कि इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और देश की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
जनता से अपील और सतर्कता
सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। साथ ही, सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर सतर्कता बरतें और संदिग्ध लिंक या संदिग्ध संपर्क से बचें।