
ग्रेटर नोएडा और नोएडा के बीच यातायात का दबाव वर्षों से एक बड़ी समस्या रही है। खासतौर पर ग्रेटर नोएडा-नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक जाम के कारण यात्रियों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का समाधान निकालने के लिए, सरकार और प्राधिकरण ने कई प्रयास किए, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण था भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण। यह परियोजना बहुत वर्षों से लंबित थी, लेकिन अब इसके निर्माण का अंतिम चरण पूरा हो चुका है, और अगस्त 2025 तक इसे जनता के लिए खोलने की तैयारी है।
23 वर्षों की प्रतीक्षा का अंत: भंगेल एलिवेटेड रोड का निर्माण
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
ग्रेटर नोएडा-नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक की समस्या लंबे समय से बनी हुई थी। 2000 के दशक में शुरुआत से ही इस समस्या ने यात्रियों का जीवन कठिन बना दिया था। कई बार सरकार और प्राधिकरण ने इस दिशा में कदम उठाए, लेकिन परियोजनाएं लंबी खिंचती गईं।
निर्माण की शुरुआत
- शुरुआत: जून 2020 में इस परियोजना की शुरुआत हुई।
- खर्च: इस पर लगभग 608 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
- विलंब: शुरुआत में तय समय से करीब तीन साल पीछे चल रही है, जिसके कारण यह परियोजना अब 2025 में पूरी होने का लक्ष्य है।
निर्माण में आई चुनौतियां
- वित्तीय बाधाएँ: परियोजना की लागत और फंडिंग में देरी।
- भौगोलिक अवरोध: निर्माण के दौरान भू-आशय और स्थानीय जनसंख्या से संबंधित मुद्दे।
- कोविड-19 महामारी: वैश्विक महामारी ने कार्यों में विलंब किया।
- टेंडर प्रक्रिया: प्रारंभिक कार्य में विलंब के कारण अंतिम कार्यों में भी देरी।
निर्माण कार्य का वर्तमान चरण
अंतिम चरण: बिटुमिन लेयरिंग का कार्य
प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 4.5 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड कॉरिडोर की अंतिम बिटुमिन लेयरिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब केवल इसके नीचे सौंदर्यीकरण, लाइटिंग, और दोनों छोरों पर प्रवेश व निकासी द्वार का काम बाकी है, जिसे जल्द ही पूरा किया जाएगा।
निर्माण कार्य की प्रगति
- अंतिम बिटुमिन लेयरिंग: पूरा।
- सौंदर्यीकरण और लाइटिंग: शेष।
- प्रवेश व निकासी द्वार: जल्द ही शुरू होंगे।
- सुरक्षा उपाय: हर मोड़ पर कवरिंग शीट लगाए जाएंगे, जिससे दुर्घटना की संभावना कम हो सके।
आने वाले कार्य
- सौंदर्यीकरण और लाइटिंग: अगले माह में पूरा होगा।
- प्रवेश-निकासी द्वार: कुछ ही महीनों में पूरा होने की उम्मीद।
- लूप का निर्माण: सेक्टर-49 से सेक्टर-107 तक प्रस्तावित।
अगस्त 2025 तक सड़क का उद्घाटन
सीईओ का बयान
प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर लोकेश एम ने कहा कि:
“यह एलिवेटेड रोड अगस्त 2025 के अंत तक जनता के लिए खोल दी जाएगी। इससे ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यातायात सुगम बनेगा।”
क्या लाभ मिलेगा?
- ट्रैफिक दबाव में कमी: 23 साल बाद इस समस्या का समाधान।
- यात्रा की सुविधा: तेज गति और कम जाम।
- सामान्य यात्रियों का अनुभव: बेहतर और सुगम आवागमन।
- वाणिज्यिक गतिविधि: व्यापार और कारोबार में वृद्धि।
लूप का निर्माण और उसकी विशेषताएँ
प्रस्तावित लूप
- स्थान: सेक्टर-49 से सेक्टर-107 के चौराहे तक।
- निर्माण: हनुमान मूर्ति के पास से सेवन एक्स सेक्टरों की ओर उतरने और फेज-2 की ओर चढ़ने वाले दो-दो लूप।
- उद्देश्य: ट्रैफिक का प्रवाह सुनिश्चित करना और जाम से बचाव।
- निर्माण कार्य: अलग से टेंडर जारी किए जाएंगे।
- समय सीमा: छह महीने के अंदर पूरा करने का लक्ष्य।
क्यों जरूरी हैं लूप?
- आसान आवागमन: यात्रियों को दोनों ओर से आसानी से यात्रा करने का अवसर।
- दुर्घटना में कमी: हर मोड़ पर कवरिंग शीट लगाना दुर्घटना से सुरक्षा।
- प्रवाह का नियंत्रण: ट्रैफिक का बेहतर नियंत्रण।
अधिकारियों का दृष्टिकोण
सीईओ का बयान
डॉ. लोकेश एम ने कहा:
“अगर लूप निर्माण को एलिवेटेड रोड के साथ ही शुरू किया जाता तो निर्माण में बाधा आती। इसलिए पहले एलिवेटेड रोड को पूरा किया जाएगा, फिर दोनों छोरों पर लूप बनाए जाएंगे।”
अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय कुमार खत्री का बयान
- “लूप का कार्य छह महीने में पूरा किया जाएगा।”
- “यह निर्माण कार्य ट्रैफिक की समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
निर्माण की रणनीति
- प्रथम चरण: एलिवेटेड रोड का पूरा होना।
- दूसरा चरण: दोनों छोरों पर लूप का निर्माण।
- भविष्य की योजना: इससे आवागमन सुविधाजनक और जाम मुक्त होगी।
ट्रैफिक समस्या का समाधान: क्या होंगे लाभ?
शहरवासियों को मिलेगा फायदा
- तेज आवाजाही: ट्रैफिक जाम का अंत।
- कम समय: यात्रा का समय घटेगा।
- सुरक्षा: दुर्घटना की संभावना कम होगी।
- वाणिज्यिक लाभ: व्यापार में वृद्धि।
पर्यावरणीय लाभ
- कम प्रदूषण: ट्रैफिक कम होने से प्रदूषण स्तर में कमी।
- शांत वातावरण: यातायात का दबाव कम होने से शांति बनी रहेगी।
आर्थिक लाभ
- व्यापार में वृद्धि: आवागमन आसान होने से व्यापार फलफूलेंगे।
- रोजगार: निर्माण कार्य से रोजगार के अवसर।
भविष्य की योजना और अपेक्षाएँ
ट्रैफिक का दबाव खत्म
23 साल बाद, अब यातायात का दबाव कम होने की उम्मीद है। यह परियोजना, विशेष रूप से वाणिज्यिक और आवासीय क्षेत्रों में विकास को बढ़ावा देगी।
स्मार्ट सिटी पहल
सड़क की बेहतर योजना और सुविधाएं, स्मार्ट सिटी के उद्देश्यों को पूरा करेंगी। स्मार्ट लाइटिंग, सौंदर्यीकरण, और सुरक्षा उपाय यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करेंगे।