
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। ग्रेटर नोएडा शहर को अवैध होर्डिंग, बैनर और पोस्टर से मुक्त करने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। शहर को तीन जोन – ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल में बांटकर प्राधिकरण ने इस काम के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि दिवाली से पहले सभी अवैध यूनिपोल और जगह-जगह लगे पोस्टरों को हटाकर शहर की सुंदरता और स्वच्छता को बनाए रखा जाए।
तीन जोन में बंटा ग्रेटर नोएडा
प्राधिकरण के अनुसार, ग्रेटर नोएडा को तीन मुख्य जोन में बांट दिया गया है ताकि अभियान को तेज़ी से लागू किया जा सके। हर जोन के लिए एक प्रबंधक की तैनाती की गई है, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी स्थान पर अवैध होर्डिंग और पोस्टर न लगे हों। अवैध विज्ञापन सामग्री को हटाने के साथ, प्राधिकरण इस दिशा में कठोर कदम उठाने की तैयारी में है।
अवैध यूनिपोल और होर्डिंग की पहचान
शहर में अवैध यूनिपोल लगाने से न केवल शहर की सुंदरता खराब होती है, बल्कि प्राधिकरण की कमाई पर भी असर पड़ता है। इसको देखते हुए प्राधिकरण ने क्यूआर कोड की नई व्यवस्था शुरू की है। इससे हर यूनिपोल की लोकेशन और वैधता की पहचान की जाएगी, जिससे भविष्य में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके।
36 यूनिपोल का आवंटन
ग्रेटर नोएडा में कंपनियों को निश्चित स्थान पर विज्ञापन के लिए 36 यूनिपोल का आवंटन किया गया है। इस योजना से प्राधिकरण को अगले पांच साल में 27 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है। ये यूनिपोल प्रमुख स्थानों पर लगाए गए हैं, जैसे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएससी रोड और अन्य मुख्य सड़कों पर।
अवैध होर्डिंग और पोस्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई
प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए सभी अवैध होर्डिंग, बैनर और पोस्टर हटाए जाएंगे, जिससे शहर की सुंदरता बनी रहे और प्राधिकरण के राजस्व में भी वृद्धि हो सके।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कहा कि शहर में लगे सभी अवैध होर्डिंग और पोस्टर-बैनर जल्द से जल्द हटाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्राधिकरण की टीम इस अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रही है।