
टीवी 47 न्यूज नेटवर्क।
गाजियाबाद,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। गाजियाबाद में एक गंभीर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को रिटायर्ड IPS अफसर बताते हुए दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करवाया। आरोपी ने दावा किया कि वह मणिपुर कैडर का 1979 बैच का अधिकारी है, और पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के लिए उसने उच्च अधिकारियों से संपर्क किया था।
फर्जी IPS अफसर का खुलासा
इस फर्जी IPS अफसर की पहचान अनिल कात्याल के रूप में हुई है। वह पुलिस अधिकारियों से रिटायर्ड अफसर के रूप में सम्मान प्राप्त करने में सफल रहा और इस दौरान उसने दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी करवा दिया। जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि यह पूरी तरह से धोखाधड़ी थी।
पुलिस अधिकारियों से मिली मान्यता
आरोपी अनिल कात्याल ने खुद को एक उच्च रैंक वाले पुलिस अफसर के रूप में प्रस्तुत किया और पुलिस कमिश्नर तथा डीसीपी से भी मुलाकात की। उसने अपने फर्जी रिटायरमेंट का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की अनुशंसा की। पुलिस अधिकारियों ने उसे एक रिटायर्ड अधिकारी मानते हुए सम्मान दिया और उसकी बातों को बिना जांचे स्वीकार कर लिया।
इंदिरापुरम थाने में दर्ज हुई FIR
जब पुलिस अधिकारियों को इस फर्जीवाड़े का पता चला, तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए इंदिरापुरम थाने में एफआईआर दर्ज कराई। डीसीपी ने इस मामले में संलिप्त व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की और साहिबाबाद थाने में भी FIR दर्ज करवाई।
फर्जीवाड़े का खुलासा और पुलिस की सतर्कता
यह घटना पुलिस महकमे के लिए एक बड़ी सीख बन गई है, क्योंकि इस फर्जी IPS अफसर के झांसे में आकर पुलिसकर्मियों की छवि को नुकसान हुआ। पुलिस विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।