
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग। फाइल फोटो
नई दिल्ली [TV 47 न्यूजनेटवर्क]। G-7 summit पर चीन की पैनी नजर है। चीन के नजर खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर है। बता दें कि भारत में लोकसभा के आम चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार का गठन हुआ है। शपथ ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली विदेश यात्रा है। इस बैठक में मोदी ने शुक्रवार को इटली की प्रधानमंत्री जार्जिया मेलोनी के अलावा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक और वैटिकन सिटी के प्रमुख पोप फ्रांसिस से भी मिले। इस यात्रा के कई मायने निकाल जा रहे हैं।
मोदी और जेलेंस्की के बीच मुलाकात
इस समिट में नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच भी मुलाकात हुई। दोनों नेता आपस में गले लगे। इसके बाद द्विपक्षीय बैठक हुई। जंग शुरू होने के बाद यह दूसरा मौका है जब मोदी जेलेंस्की से मिले हैं। इससे पहले पिछले साल दोनों नेताओं ने जापान में G7 समिट में मुलाकात की थी। PM मोदी लगातार 5वीं बार G7 समिट में शामिल हुए हैं।
इटली में हो रहा है 50वें G7 समिट
बता दें कि मोदी 50वें G7 समिट के लिए इटली में हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि टेक्नोलाजी मनुष्य को चांद तक ले जाने का साहस देती है, मगर साइबर सिक्योरिटी जैसी चुनौतियां भी पैदा करती है। हमें यह मिलकर सुनिश्चित करना होगा कि समाज के हर तबके तक इसका लाभ पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमें तकनीकी के अधिकार को सर्वाधिकार में बदलना होगा। हमें इसे रचनात्मक बनाना होगा, ना कि विनाशकारी। तभी हम एक बेहतर समाज बना पाएंगे। भारत AI के लिए राष्ट्रीय नीति बनाने वाले कुछ देशों में शामिल है।