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प्रयागराज [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। धनतेरस का पर्व सुख-समृद्धि, धन और सौभाग्य की कामना के लिए मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य केवल पूजा ही नहीं बल्कि नकारात्मकता से दूर रहकर सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करना भी है। ज्योतिष शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन कुछ कार्यों को कदापि नहीं करना चाहिए अन्यथा इसका विपरीत असर हो सकता है। आइए जानते हैं रमा शंकर शास्त्री ने किन बातों को निषेध बताया है।
- लोहे और कांच की वस्तुएं न खरीदें
धनतेरस पर लोहे और कांच की वस्तुएं खरीदने से बचें। इन सामग्रियों को खरीदना अशुभ माना गया है, क्योंकि लोहे को शनि ग्रह से जोड़ा जाता है, और इस दिन शनि का प्रभाव शुभ नहीं माना जाता। - टूटी-फूटी चीजें न रखें
धनतेरस के दिन घर में टूटी-फूटी वस्तुएं, जैसे कि टूटे बर्तन, शीशे, या अन्य सामान रखने से बचें। ऐसी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं और सौभाग्य को प्रभावित कर सकती हैं। - उधार न लें और न दें
धनतेरस पर उधार लेना और देना अशुभ माना गया है। यह आर्थिक समस्याओं और कर्ज में वृद्धि का कारण बन सकता है। इस दिन केवल नई वस्तुओं की खरीदारी करने का ही विधान है। - ताले का प्रयोग न करें
धनतेरस पर ताले का प्रयोग न करें और अगर संभव हो तो नए ताले न खरीदें। ताले को बंद करने का प्रतीक माना जाता है, जो आर्थिक समस्याओं और सौभाग्य की बंदिश का संकेत देता है। - बेकार चीजों का भंडारण न करें
धनतेरस पर बेकार और अनुपयोगी वस्तुओं को घर में रखने से बचें। यह माता लक्ष्मी का अपमान माना जाता है। इस दिन घर को स्वच्छ और सजीव रखने का प्रयास करें ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे। - घर में गंदगी न रखें
धनतेरस पर घर की सफाई विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। गंदगी या अव्यवस्थित घर में देवी लक्ष्मी का वास नहीं होता, इसलिए इस दिन विशेष रूप से अपने घर को साफ और व्यवस्थित रखें।
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