
CM Yogi Aditya Nath File Photo
लखनऊ [ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क ] लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कार्यालयों और थानों के संचालन को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने आदेश दिया है कि सरकारी कार्यालयों और थानों में कोई भी निजी व्यक्ति कार्यरत न हो। यदि ऐसा पाया जाता है, तो दोषियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राजस्व वादों की प्रतिदिन जिला स्तर पर समीक्षा की जाए और थानों में आने वाली शिकायतों की नियमित समीक्षा की जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो टूक लहजे में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्य वही करेगा, जिसे वह काम आवंटित है। ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ सरकारी कार्मिक बाहरी लोगों को अनधिकृत रूप से यह अधिकार दे रहे हैं। ऐसी हर घटना संज्ञेय अपराध मानी जाएगी। उन्होंने हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया है जिसमें अधिकारी व कर्मचारी के दफ्तर में आने व जाने का विवरण दर्ज किया जाएगा।
बुधवार शाम मंडल से लेकर तहसील स्तर तक के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने, प्रदेश के समग्र विकास और राज्य की छवि बदलने में फील्ड में तैनात अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। फील्ड में तैनात अधिकारी व कर्मचारी जनसमस्याओं के निस्तारण को शीर्ष प्राथमिकता दें। जनता की संतुष्टि ही उनके प्रदर्शन की श्रेष्ठता का मानक होगा।
यह भी दिए निर्देश
1- गांव के किसी बुजुर्ग व प्रतिष्ठित व्यक्ति से राष्ट्रीय पर्वों पर राष्ट्रध्वज भी फहराएं।
2- तहसील, थाना व ब्लाक दिवस तय दिनों पर निर्धारित स्थानों पर ही आयोजित किये जाएं।
3- आइजीआरएस/सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण लंबित न रहें।
4- मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को दिलाएं।
5- दागी इतिहास वाले संस्थानों को किसी भी दशा में परीक्षा केंद्र न बनाया जाए।
6- परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण करने से पूर्व ही जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान संबंधित विभाग से संवाद- समन्वय बना लें।
7- डीएम और पुलिस अधीक्षक महीने में एक बार व्यापार बंधु और उद्योग बंधु की बैठकें नियमित तौर पर करें।
8- स्कूल चलो अभियान को प्रभावी बनाएं। एक भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रहे।
9- फसलों को आग से बचाने के लिए सभी फायर स्टेशन मुस्तैद रहें। आग लगने पर तत्काल मुआवजा दें।