
सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल: देश में एयर रेड सायरन और ब्लैकआउट अभ्यास की तैयारी
नई दिल्ली[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को युद्ध जैसी स्थिति में सुरक्षा उपायों की जानकारी देना है।
- एयर रेड वार्निंग सायरन का उपयोग
ड्रिल के दौरान सबसे पहले एयर रेड सायरन बजाया जाएगा। इसका उद्देश्य लोगों को सतर्क करना और संभावित हवाई हमले की सूचना देना है।
- नागरिकों और छात्रों की ट्रेनिंग
छात्रों और आम नागरिकों को सिखाया जाएगा कि हवाई हमले या आपदा की स्थिति में वे कैसे अपनी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
- क्रैश ब्लैकआउट की तैयारी
युद्ध के समय दुश्मन की निगाहों से बचने के लिए ब्लैकआउट किया जाता है, यानी सभी रोशनी बंद कर दी जाती हैं। इस ड्रिल में इसका भी अभ्यास होगा।
- महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा
सरकारी संस्थानों, रक्षा संयंत्रों और पावर ग्रिड जैसी महत्वपूर्ण जगहों को छिपाने की रणनीति पर काम होगा। उन्हें दुश्मन के रडार से बचाने के उपाय सिखाए जाएंगे।
- निकासी योजना (Evacuation Plan)
ड्रिल का एक प्रमुख हिस्सा एवेकुएशन प्लान होगा। इसमें लोगों को यह बताया जाएगा कि युद्ध या आपदा के समय उन्हें कैसे और कहां जाना है।