
सेंट्रल जेल की फाइल फोटो।
बरेली [ TV 47 न्यूज नेटवर्क] । बरेली के सेंट्रल जेल से हत्या के आरोपी हरपाल के फरार होने के मामले ने जेल प्रशासन की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हरपाल को उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी थी और वह फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव का निवासी है। गुरुवार शाम को वह जेल की कृषि भूमि पर काम करने के दौरान फरार हो गया। इस घटना के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और जेल वार्डन अजय कुमार (प्रथम) को निलंबित कर दिया गया है।
हरपाल के फरार होने की घटना
हरपाल को जेल से बाहर कृषि भूमि पर काम करने के लिए लाया गया था, लेकिन काम के दौरान वह अचानक गायब हो गया। इस घटना की सूचना इज्जतनगर पुलिस को शाम 4:45 बजे दी गई। पुलिस ने तुरंत हरपाल को पकड़ने के लिए संभावित स्थानों पर दबिश देना शुरू किया, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है।
हरपाल का आपराधिक रिकॉर्ड
हरपाल को अपने ही गांव के निवासी सोमपाल की गोली मारकर हत्या करने के जुर्म में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। वह एक कुख्यात अपराधी था, और उसकी जेल से फरारी ने स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
जेल प्रशासन की भूमिका पर सवाल
हरपाल के फरार होने के बाद जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं। इस घटना के बाद जेल वार्डर अजय कुमार को निलंबित कर दिया गया है, जो उस वक्त 40 अन्य कैदियों के साथ वहां तैनात थे। अब अन्य बंदीरक्षकों और सुरक्षा कर्मियों की भी जांच की जा रही है, और जल्द ही उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
जांच प्रक्रिया और आगे की कार्रवाई
जेल प्रशासन इस मामले की पूरी जांच कर रहा है। जेल से कैदी के फरार होने की यह घटना सुरक्षा तंत्र में भारी चूक को दर्शाती है। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में दोषी पाए गए अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में बढ़ती चिंता
हरपाल जैसे कुख्यात अपराधी के फरार होने से बरेली और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर भय का माहौल बन गया है। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई है और उम्मीद है कि जल्द ही हरपाल को पकड़ लिया जाएगा।