
31 साल बाद इस मुस्लिम बहुल सीट पर जीती BJP
संभल [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट पर 2024 के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ऐतिहासिक जीत ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। 31 साल बाद भाजपा ने इस सीट पर सफलता प्राप्त की है, जिसे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ के रूप में जाना जाता था। इस जीत ने कई सवाल उठाए हैं और चर्चा का विषय बना है कि आखिर भाजपा ने इस मुस्लिम बहुल सीट पर कैसे बाजी मारी।
1993 के बाद पहली बार भाजपा की जीत
कुंदरकी विधानसभा सीट पर भाजपा की आखिरी जीत 1993 में हुई थी, जब पार्टी के चंद्र विजय सिंह ने इस सीट पर विजय प्राप्त की थी। उसके बाद से यह सीट सपा और अन्य दलों के नियंत्रण में रही थी। 2024 के उपचुनाव में भाजपा ने रामवीर सिंह के नेतृत्व में इस सीट पर कड़ी टक्कर दी और सपा के मोहम्मद रिज़वान को लगभग डेढ़ लाख वोटों के अंतर से हराया।
मुस्लिम बहुल सीट पर बीजेपी की रणनीति
कुंदरकी सीट पर मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं, और उनकी हिस्सेदारी लगभग 60 प्रतिशत है। यह सीट मुस्लिम बहुल होने के बावजूद बीजेपी की जीत को एक बड़ी राजनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है। रामवीर सिंह ने इस जीत को संभव बनाने के लिए अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव किया। उन्होंने मुस्लिम बहुल इलाकों में जाकर लोगों से वोट मांगे और बीजेपी के पक्ष में समर्थन जुटाया।
रामवीर सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान कई स्थानों पर जालीदार टोपी पहनकर मुस्लिम मतदाताओं के बीच संवाद किया। उन्होंने उर्दू और अरबी शब्दों का भी इस्तेमाल किया, जिससे मुस्लिम समुदाय के बीच उनका समर्थन बढ़ा। यह रणनीति भाजपा के पारंपरिक उम्मीदवारों से अलग और प्रभावी साबित हुई।
विरोध और चुनावी धांधली के आरोप
हालांकि, सपा के उम्मीदवार मोहम्मद रिज़वान ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि पुलिस प्रशासन भाजपा के पक्ष में काम कर रहा था और सपा के मतदाताओं को वोट देने से रोका जा रहा था। इस मामले में प्रशासन ने कहा कि शिकायतों के आधार पर कार्रवाइयां की जा रही हैं, जबकि रामवीर सिंह ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि यह हार के डर से लगाए गए झूठे आरोप हैं।
2024 के उपचुनाव का पूरा नतीजा
उत्तर प्रदेश में 2024 के उपचुनाव में कुल नौ सीटों पर मतदान हुआ था। इन सीटों पर भाजपा को छह सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि सपा को दो सीटों पर और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) को एक सीट पर जीत मिली। बीजेपी की यह सफलता राज्य में पार्टी के मजबूत होते हुए आधार को दर्शाती है।
मुख्यमंत्री भायोगी आदित्यनाथ का बयान
भाजपा की उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ वाले अपने नारे को दोहराया। उन्होंने कहा कि प्रदेश और देश की जनता ने बंटने वाली राजनीति को खारिज कर दिया है और अब केवल एकजुटता में ही सुरक्षा है।
भाजपा की कुंदरकी उपचुनाव में जीत का विश्लेषण
कुंदरकी उपचुनाव में भाजपा की जीत ने यह साबित कर दिया कि पार्टी अब हर वर्ग और समुदाय में अपनी पहुंच बढ़ा रही है। भाजपा के चुनावी अभियानों में बदलाव और पार्टी की नई रणनीति ने मुस्लिम बहुल क्षेत्र में भी पार्टी को बढ़त दिलाई। इस जीत को यूपी की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा जा रहा है, खासकर उस समय में जब राज्य में 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं।