
सांसद महेश शर्मा।
नोएडा, [TV 47 न्यूज नेटवर्क]। मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं ….! ये गीत इन दिनों गौतमबुद्ध नगर के सांसद व पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री महेश शर्मा पर सटीक बैठ रहा है। 2024 के आम चुनाव में गौतमबुद्ध नगर के मतदाताओं ने डा महेश शर्मा पर भरोसा जताते हुए उन्हें विजयी बनाया। इस उम्मीद से की वह उनके दुख दर्द में आंसू पोछेंगे। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के मन में जनप्रतिनिधियों के प्रति बेहद रोष हैं। उनका यह गुस्सा बेवजह नहीं है। दरअसल, सेक्टर-8 की झुग्गी झोपड़ी में ई-रिक्शा बैट्री चार्जिंग के दौरान शार्ट सर्किट से धमाके में तीन मासूम बच्चियों की जलकर मौत हो गई। ऐसे में परिजनों को उम्मीद थी कि इस आपदा में कोई सरकारी मुलाजिम या जन प्रतिनिधि उनकी खोज-खबर लेगा। लेकिन कोई झांकने तक नहीं । इस लिस्ट में सांसद महेश शर्मा का नाम भी है। आइए जानते हैं कि जनता की क्या राय है।
1- सेक्टर 8 में रहने वाले रोहिता शर्मा का कहना है कि एसी में रहने वाले हमारे सांसद को कब फुर्सत है कि गरीबों के घर जाएंगे। वह एक व्यापारी हैं, नेता नहीं जो हमारा ख्याल रखेंगे। रोहित ने अपने गुस्से को दबाते हुए कहा कि वैसे भी हमने आम चुनाव में मोदी के नाम पर भाजपा को वोट दिया था। रोहित शर्मा का पीड़ित परिवार से कोई नाता नहीं, लेकिन वह अपने जनप्रतिनिधियों से इस तरह की उम्मीद की अपेक्षा रखते हैं। वह पीड़ित परिवार के पास रोज पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि इस परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। हम मानवता के नाते यहां आते हैं।
2- सुरेश अवाना में जनप्रतिनिधियों को लेकर काफी रोष दिखा। उन्होंने कहा कि हमारे सांसद और विधायक दोनों भाजपा के नाम पर चुनाव जीतते हैं। उनका यहां की आम जनता के दुख दर्द से कोई सरोकार नहीं है। हम लोग उनसे कोई उम्मीद भी नहीं करते। वह आए चाहे न आए। वोट मांगने आएंगे तब हिसाब होगा। अवाना ने कहा कि साहब हम लोग भाजपा को वोट देतें है। भाजपा के समर्थक हैं। इनके नहीं। हमको इनसे न कोई उम्मीद है न कोई सहयोग की अपेक्षा है।
3- अलीगढ़ निवासी प्रवीण नोएडा के सेक्टर आठ में एक फैक्टरी में काम करते हैं। हादसे के बाद वह भी घटनास्थल पर थे। उनका कहना है कि सारे लोगों की आंखे उस मंजर को देखकर नम थी। लोगों का कलेजा दहल गया था। वह इस बात से अनजान थे कि जनप्रतिनिधि पीड़ित परिवार से मिलने नहीं आया। इस बात से उनका कोई सरोकार भी नहीं था। बावजूद इसके वह इस बात से दुखी थे कि इस विकट घड़ी में जन प्रतिनिधियों को परिवार की मदद करनी चाहिए थी।
गौतमबुद्ध नगर में भाजपा का दबदबा
दरअसल, गौतमबुद्धनगर भाजपा की सबसे सुरक्षित सीट है। यही कारण है कि इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार तीन बार से विजयी होते रहे हैं। जनता के पास कोई बेहतर विकल्प न होने के कारण भी यह स्थिति उत्पन्न होती है। इतना हीं नहीं लोकसभा के अलावा पांच विधानसभा सीटों नोएडा, दादरी, सिकंदराबाद, जेवर एवं खुर्जा में भाजपा के ही विधायक हैं। उत्तर प्रदेश में खराब प्रदर्शन के बाद भी लोकसभा में भाजपा के डा. महेश शर्मा अपनी जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे। लेकिन ये लोकतंत्र है साहब। यहां जनता जनार्दन ने अच्छे-अच्छों को पानी या पिला दिया है। जनता का मूड कब बदल जाए, इस बारे में कोई निश्चिंत होकर नहीं कह सकता है।