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लखनऊ,[TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बलिया नक्सल केस के सिलसिले में शुक्रवार को एक बड़ा छापा मारा। एनआईए ने पांच राज्यों – उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, और बिहार में कुल 10 ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के दौरान कई संदिग्ध दस्तावेज़, नक्सली साहित्य, और डिजिटल उपकरणों जैसे पेन ड्राइव, हार्डडिस्क और लैपटॉप बरामद किए गए हैं। यह छापा बलिया से सीपीआई माओवादी संगठन के कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद किया गया था, जो कथित तौर पर नक्सल गतिविधियों में लिप्त थे।
एनआईए की बड़ी कार्रवाई: पांच राज्यों में छापा
एनआईए ने अपनी कार्रवाई को काफी विस्तृत रूप से अंजाम दिया। बलिया नक्सल केस की जांच के दौरान, एनआईए को पता चला कि नक्सली संगठन के कई सदस्य विभिन्न राज्यों में सक्रिय थे और उनकी गतिविधियां बेहद खतरनाक थीं। इसलिए, एनआईए ने पांच राज्यों में एक साथ 10 स्थानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी में बलिया, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, और बिहार के विभिन्न ठिकानों पर कार्रवाई की गई, जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आईं।
आजमगढ़ में संदिग्ध युवक से पूछताछ
एनआईए ने बलिया नक्सल केस के संदिग्धों की पहचान के बाद, आजमगढ़ जिले में एक युवक से पूछताछ की। यह युवक संभवतः नक्सली गतिविधियों में शामिल था और उसका संबंध माओवादी संगठन से था। एनआईए अधिकारियों ने उसकी भूमिका के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की। हालांकि, अभी तक अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन इस पूछताछ को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे नक्सली नेटवर्क को लेकर नए सुराग मिल सकते हैं।
नक्सल साहित्य और डिजिटल उपकरणों की बरामदगी
एनआईए की छापेमारी के दौरान, बड़ी संख्या में नक्सल साहित्य, दस्तावेज़, पेन ड्राइव, हार्डडिस्क, और लैपटॉप बरामद किए गए। इन उपकरणों में नक्सली गतिविधियों से संबंधित महत्वपूर्ण डेटा और दस्तावेज़ हो सकते हैं, जो आगे की जांच में सहायक साबित हो सकते हैं। इसके अलावा, इन उपकरणों से यह भी पता चल सकता है कि नक्सली संगठन अपने अभियानों को कैसे अंजाम दे रहे थे और उनके नेटवर्क की क्या स्थिति है।
CPI माओवादी संगठन के सदस्य गिरफ्तार
इस कार्रवाई के दौरान बलिया से कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था, जो कथित रूप से सीपीआई माओवादी संगठन के सदस्य थे। एनआईए के अनुसार, यह गिरफ्तारी नक्सल गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों की पहचान और उनका नेटवर्क तोड़ने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन गिरफ्तारियों के बाद, एनआईए ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए अधिक छापेमारी और जांच शुरू की।
एनआईए की रणनीति और आगे की कार्रवाई
एनआईए की यह कार्रवाई न केवल नक्सली नेटवर्क को नष्ट करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि एजेंसी अपनी जिम्मेदारी के तहत राज्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है। एनआईए के अधिकारियों ने बताया कि इस छापेमारी के दौरान मिले डिजिटल उपकरणों और साहित्य से संगठन के कामकाज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। इन उपकरणों का विश्लेषण कर नक्सली नेटवर्क को और अधिक उखाड़ने की कोशिश की जाएगी।