
Triptii Dimri, Vicky Kaushal and Ammy Virk in a poster from Bad Newz.
नई दिल्ली [TV 47 न्यूजनेटवर्क ] Bad Newz इंडिया बाक्स आफिस रिपोर्ट की मानें तो शुरुआती अनुमानों के अनुसार, Bad Newz ने पहले दिन भारत में लगभग 8.50 करोड़ रुपये की कमाई की। बैड न्यूज ने शुक्रवार को कुल 22.83 फीसद हिंदी आक्यूपेंसी हासिल की। यह फिल्म आम रोमांटिक-कामेडी ट्राप्स से हटकर एक मजेदार मोड़ लेती है, जो विषम-लैंगिक अतिशयता की अराजक दुनिया में गोता लगाती है।
विकी कौशल की हिंदी सिनेमा में बोहनी ही कामेडी फिल्म ‘लव शव ते चिकन खुराना’से हुई, लेकिन हाल में आईं बाकी तीन कॉमेडी फिल्मों में उनकी ‘लैंडिंग्स’ ठीक नहीं रहीं। इस बार विक्की कौशल ने कामेडी की उड़ान उन आनंद तिवारी के साथ भरी है, जिनके साथ वह छह साल पहले ‘लव पर स्क्वायर फुट’ कर चुके हैं। सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई ये पहली हिंदी फिल्म मानी जाती है। डंकी, सैम बहादुर, सरदार उधम, और उरी में वह खुद को साबित भी कर चुके हैं। सिद्धू मूसेवाला के साथ चले लंबे झगड़े के चलते सुर्खियों में रहे कनाडा निवासी पंजाबी गायक करण औजला के गाने ‘तौबा तौबा’ में विक्की कौशल ने यही स्टार मैटीरियल दिखाया है।
Bad Newz की समीक्षा
फिल्म Bad Newz की कहानी सबको पता है। इसलिए यहां छुपा कर रखने जैसा कुछ नहीं है। फिल्म की कहानी स्त्री के गर्भ में पल रहे ऐसे जुड़वा बच्चों की है, जिनके पिता अलग-अलग हैं। एक ही रात में ये दो गुल कैसे खिलते हैं, फिल्म इसी सच को सामने लाती है।
- दिल्ली की एक पंजाबी पार्टी में अपनी मांओं के साथ आए अखिल और सलोनी बिल्कुल ठेठ पंजाबी स्टाइल में मिलते हैं। इसके पहले कि दर्शक कुछ खास समझ पाएं दोनों शादी करके पंजाबी स्टाइल में ही हनीमून पर निकल जाते हैं। अखिल का अपना अतीत है। इसके चलते वह अपनी मां की कोई फोन काल मिस नहीं कर सकता। सलोनी इससे परेशान होती है। अखिल उसके साथ कुछ ज्यादा ही ‘पीडीए’ करता रहता है, सलोनी इससे और ज्यादा परेशान रहती है।
- शौक और सपने का फर्क समझाने निकली कहानी में दूसरा हीरो गुरबीर है। इनके होटल में सलोनी दूसरी नौकरी करने जाती है। अखिल से चिढ़ी सलोनी गुरबीर के साथ हम बिस्तर होती है और उसी रात अपनी एनीवर्सरी मनाने पहुंचे अखिल को भी मना नहीं कर पाती है। अब इसके बाद फिल्म से फेमिनिज्म और साइंस का लाजिक निकाल दिया जाए तो फिल्म एक अच्छी कामेडी फिल्म बन गई है।
धर्मा की पंजाबी मसाला फिल्म
- कामेडी में विक्की कौशल की पिछली तीनों कोशिशें द ग्रेट इंडियन फैमिली, जरा हटके जरा बचके और गोविंदा नाम मेरा बाक्स आफिस पर फ्लाप ही रही हैं। हालांकि फिल्म बैड न्यूज में पंजाबी फैमिलीज हैं। फिल्म ‘बैड न्यूज’ की कहानी अच्छी है। इसका आदि, मध्य और अंत भी अच्छा है। बस इनके बीच में इसके लेखकों ने चुटकुले खूब भर दिए हैं।
- फिल्म का एक अच्छा गाना है, ‘मेरे महबूब मेरे सनम’ की रीपैकेजिंग। बाकी गाने पंजाबी में हैं। फिल्म को पूरी पंजाबी फील भी देते हैं। विवादास्पद गायक करण औजला की हिंदी सिनेमा में लान्चिंग भी करण जौहर ने इस फिल्म से कर दी है।
- निर्देशक आनंद तिवारी के साथ विक्की कौशल की ट्यूनिंग पुरानी है। फिल्म का पूरा तमाशा भी विक्की कौशल के नाम है। फिल्म की पटकथा में ठहराव नहीं है। लिहाजा विक्की कौशल भी उसी रफ्तार से अपने एहसास बदलते जाते हैं। मंदिर में मां के साथ बैठे विक्की कौशल का खुद को ‘सबसे अच्छा बेटा’न होने की बात कहने वाला दृश्य हो या फिर तृप्ति के साथ वाले दृश्य में मां का फोन मिस करने का डर बताने वाला दृश्य कमाल के हैं। कामेडी में एमी विर्क के साथ वह बेजोड़ हैं। रूमानी दृश्यों में तृप्ति डिमरी का ‘ताप’ भी उनके साथ खूब मैच करता है।
- तौबा तौबा गाने में कोरियोग्राफर बास्को के साथ मिलकर उन्होंने जो जादू रचा है, वह बस देखने की चीज है। फिल्म में एक दो दृश्य और गौर करने लायक है। एक तो वह जहां अखिल डाक्टर से दोनों बच्चों को बेबी बग्गा कहकर बुलाने की दरख्वास्त करता है और दूसरा वो जहां वह अपना जान से प्यारा मोबाइल खुद से दूर कर आता है। मोहब्बत में ही लोग ये सब करते हैं। खुद को बदलते हैं। दूसरों को खुश रखते हैं।
पंजाबी आती है तो मस्त लगेगी पूरी फिल्म
- भज द प्राइड आफ इंडिया और 83 जैसी फिल्मों के साइड हीरो रहे एमी विर्क पहली बार किसी हिंदी फिल्म की मेन लीड में हैं। उनकी मौजूदगी परदे पर अपने अलग रंग जमाने में कामयाब रहती है। विक्की कौशल और तृप्ति डिमरी के सामने हालांकि प्रेम त्रिकोण में उनका जोड़ जमता नहीं है, लेकिन इस कहानी का यही रंग उन्हें इसमें फिट भी करता है।
- मां कोरोना के किरदार में नेहा धूपिया अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सफल हैं। शीबा चड्ढा फिल्म दर फिल्म अपनी इस नई पारी में भी निखरती जा रही हैं। फर्टिलिटी सेंटर चलाने वाले डॉक्टर के किरदार में फैसल राशिद भी अपना असर छोड़ने में कामयाब रहे।
- फिल्म के करीब 80 फीसदी संवाद और गाने पंजाबी में हैं। ये इस फिल्म की बड़ी कमजोरी है। अगर आपको काम चलाऊ पंजाबी आती है तो ही ये फिल्म आप ‘एंजॉय’ कर सकते हैं। कोई आधा दर्जन सिनेमैटोग्राफरों ने मिलकर इसका लुक एंड फील कमाल रखा है।