
फाइल फोटो।
अयोध्या [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इस दिवाली सजावट के लिए चीनी वस्तुओं का उपयोग नहीं करने का निर्णय लिया है। यह फैसला स्थानीय शिल्प और ‘वोकल फॉर लोकल’ पहल के तहत लिया गया है। इसका उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग देना है।
पहली बार राम मंदिर में मनाई जाएगी दीपोत्सव
जनवरी में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहला अवसर है जब राम मंदिर में दीपोत्सव का आयोजन होगा। यहां दीयों और अन्य स्थानीय वस्तुओं से मंदिर को सजाया जाएगा।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का लक्ष्य
अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव अनोखा होगा, जिसमें सरकार का उद्देश्य एक बार फिर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना है। अयोध्या के आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि स्थानीय कारीगरों और शिल्पियों द्वारा बनाई गई पर्यावरण-अनुकूल वस्तुओं का ही उपयोग किया जाएगा।
राम लला के लिए विशेष पोशाक
दिवाली के अवसर पर प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने राम लला और उनके भाइयों के लिए विशेष पोशाकें डिज़ाइन की हैं, जो दिवाली के भव्य उत्सव में परंपरा और आध्यात्मिकता का संगम प्रस्तुत करेंगी।
दीपोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था
सुरक्षा के लिए अयोध्या में करीब 10,000 सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। इनमें से लगभग आधे सादे कपड़ों में रहेंगे, ताकि सुरक्षा का अधिकतम ध्यान रखा जा सके।