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लखनऊ[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद तब खड़ा हो गया जब समाजवादी पार्टी (सपा) के एक पोस्टर में डॉ. भीमराव आंबेडकर की फोटो से कथित रूप से छेड़छाड़ कर उसमें अखिलेश यादव का चेहरा जोड़ा गया। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए और आक्रोश प्रकट किया।
आंबेडकर चौराहे पर भाजपा का विरोध प्रदर्शन
बुधवार को भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर के आंबेडकर चौराहे पर बाबा साहब की प्रतिमा के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने अखिलेश यादव का पुतला फूंककर अपना आक्रोश जताया।
सपा पर बाबा साहब के अपमान का आरोप
भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सपा लोहिया वाहिनी द्वारा जारी एक तस्वीर में बाबा साहब के चेहरे की जगह अखिलेश यादव का चेहरा जोड़ दिया गया, जो सीधा-सीधा संविधान निर्माता का अपमान है। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के जिला संयोजक नंदकिशोर नंदू ने इसे “गंभीर और अपमानजनक” बताया।
भाजपा नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया
प्रदर्शन के दौरान कई भाजपा नेताओं ने सपा और अखिलेश यादव की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि
“कोई भी व्यक्ति बाबा साहब आंबेडकर के समकक्ष नहीं हो सकता। उन्हें उनके बराबर दिखाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है।”
इस दौरान मौजूद प्रमुख नेता थे:
- घनश्याम मिश्र (जिला पंचायत अध्यक्ष)
- दीपक अग्रवाल (जिला उपाध्यक्ष)
- मनोज पांडेय, राजेश राय चंदानी
- बीना राय राजभर (महिला मोर्चा अध्यक्ष)
- विनय शर्मा (जिला मंत्री)
- राघवेंद्र ओझा पट्टू (मीडिया प्रभारी)
राजनीतिक माहौल गर्म, बयानबाज़ी तेज
यह विवाद सिर्फ एक पोस्टर तक सीमित नहीं रहा। भाजपा ने इसे दलित समाज के सम्मान का मुद्दा बना लिया है, जबकि सपा की ओर से फिलहाल कोई औपचारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। आने वाले दिनों में यह मामला और गर्मा सकता है।