
चार जनवरी तक रद गंगा गोमती और अन्य ट्रेनें
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के फाफामऊ-उग्रसेनपुर रेल मार्ग पर दोहरीकरण कार्य के कारण गंगा गोमती समेत 14 ट्रेनों को चार जनवरी 2025 तक विभिन्न तिथियों पर रद कर दिया गया है। इन ट्रेनों में गोरखपुर वंदे भारत, नौचंदी एक्सप्रेस, और कई अन्य ट्रेनें शामिल हैं। इस कदम से जहां रेलवे यातायात को भविष्य में तेज और सुविधाजनक बनाया जाएगा, वहीं इस समय यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
निरस्तीकरण का कारण और महत्वदोहरीकरण कार्य:
रेलवे का यह दोहरीकरण कार्य यातायात को सुगम और समयबद्ध बनाने के लिए है।
- यात्रा का समय घटेगा:
दोहरीकरण के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी। - संख्या में वृद्धि:
इस खंड पर अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा। - सुरक्षा:
दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
रेलवे का बयान:
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि फाफामऊ के रास्ते प्रयागराज आने वाली कई ट्रेनें वाया मानिकपुर और छिवकी मार्ग से चलाई जाएंगी।
कौन-कौन सी ट्रेनें हैं प्रभावित?
पूर्ण रूप से निरस्त ट्रेनें:
- गंगा गोमती एक्सप्रेस:
यह ट्रेन दो जनवरी और तीन जनवरी को रद रहेगी। - सरयू एक्सप्रेस:
दो जनवरी को संचालन रद। - प्रयागराज संगम-कानपुर इंटरसिटी:
तीन और चार जनवरी को निरस्त।
आंशिक रूप से रद ट्रेनें:
- वंदे भारत एक्सप्रेस:
गोरखपुर से वंदे भारत लखनऊ तक ही चलेगी। - नौचंदी एक्सप्रेस:
तीन और चार जनवरी को रायबरेली से चलेगी। - ऊंचाहार एक्सप्रेस:
प्रयागराज जंक्शन से कानपुर तक चलेगी।
स्थायी रूप से बदलें मार्ग:
- बुंदेलखंड और कामायनी एक्सप्रेस:
वाया प्रयागराज रामबाग-बनारस होकर चलाई जाएंगी।
यात्रा की योजना कैसे प्रभावित होगी?
यात्रियों को होगी परेशानी:
- यात्रा में बाधा : प्रयागराज आने-जाने वाले यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बदलनी होगी।
- सुविधा के विकल्प : वाया छिवकी और रामबाग चलने वाली ट्रेनों में भीड़ बढ़ने की संभावना।
त्योहारी सीजन:
नया साल और छुट्टियों के समय में ट्रेन सेवाओं के बंद होने से यात्रियों को निजी वाहन या बस सेवाओं पर निर्भर रहना होगा।
प्रभावित मार्ग और वैकल्पिक संचालन
वाया मानिकपुर और छिवकी:
- गंगा गोमती और अन्य ट्रेनें इन मार्गों से चलाई जाएंगी।
वाया प्रयागराज रामबाग-बनारस:
- बुंदेलखंड, कामायनी, और अन्य 12 ट्रेनें इस मार्ग से संचालित होंगी।
स्थानीय रूट्स:
- प्रयागराज संगम-जौनपुर: 28 दिसंबर से 5 जनवरी तक रद।
- गाजीपुर-प्रयागराज संगम मेमू: 29 दिसंबर से 4 जनवरी तक रद।
यात्रियों के लिए सुझाव
यात्रा योजना बनाएं:
- ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी चेक करें।
- वैकल्पिक मार्गों की पहचान करें।
बस सेवाओं का उपयोग करें:
- लखनऊ, प्रयागराज, और वाराणसी के बीच नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
प्री-बुकिंग करें:
- नई यात्रा योजनाओं को समय रहते सुनिश्चित करें।
आगामी लाभ
बेहतर यात्रा अनुभव:
- तेज गति वाली ट्रेनों का संचालन:
दोहरीकरण के बाद वंदे भारत जैसी ट्रेनें तेज गति से चल सकेंगी। - अधिक ट्रेनों का संचालन:
इस खंड पर अतिरिक्त ट्रेनें जोड़ने की संभावना बढ़ जाएगी। - समयबद्धता:
ट्रेनों की देरी में कमी आएगी।
सुरक्षा में सुधार:
- सिग्नल प्रणाली उन्नत होने से दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।