
महाकुंभ 2025 में स्नानार्थियों की सुरक्षा
प्रयागराज [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। महाकुंभ 2025, भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक परिदृश्य का सबसे बड़ा आयोजन है। प्रयागराज में आयोजित होने वाले इस महापर्व में लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पुण्य स्नान के लिए जुटते हैं। महाकुंभ 2025, न केवल एक धार्मिक आयोजन है बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक और प्रशासनिक क्षमता का प्रतीक भी है। प्रशासन की इन तैयारियों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यह महापर्व सुरक्षित, सुव्यवस्थित और यादगार बने। श्रद्धालुओं के लिए यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक अनुभव होगा, बल्कि आधुनिक सुविधाओं और प्रबंधन का भी परिचायक बनेगा। प्रशासन ने स्नानार्थियों की सुरक्षा और सुचारु संचालन के लिए इस बार कई नए कदम उठाए हैं। आइए, जानते हैं महाकुंभ 2025 की तैयारियों और प्रबंधों के बारे में।
स्नानार्थियों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध
सुरक्षा, महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। इस बार प्रशासन ने स्नानार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए निम्नलिखित उपाय किए हैं:
- अत्याधुनिक निगरानी तंत्र: आयोजन स्थल पर 24/7 निगरानी के लिए 1000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है, जहां से पूरे क्षेत्र पर नज़र रखी जाएगी।
- प्रशिक्षित सुरक्षा बल: पुलिस, अर्धसैनिक बल और होम गार्ड्स की 50,000 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष ट्रेनिंग दी गई है।
- स्वास्थ्य सेवाएं: स्नान घाटों और मुख्य मार्गों पर 200 से अधिक मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। आपात स्थिति के लिए 100 एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
4000 नावों का सुचारु संचालन
महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आवागमन और स्नान को सुविधाजनक बनाने के लिए 4000 नावों का संचालन किया जाएगा। प्रशासन ने इस व्यवस्था को सुचारु बनाने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
- पंजीकृत नाविकों की नियुक्ति: सभी नाविकों का सत्यापन और पंजीकरण किया गया है। नाविकों को सुरक्षा उपकरणों के उपयोग की विशेष ट्रेनिंग दी गई है।
- सुरक्षा मानकों का पालन: हर नाव पर लाइफ जैकेट और प्राथमिक चिकित्सा किट अनिवार्य की गई है। नावों के संचालन के लिए विशेष रूट बनाए गए हैं।
- तकनीकी सहायता: नावों की निगरानी के लिए GPS प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सहायता के लिए वाटर पेट्रोलिंग टीमें तैनात रहेंगी।
श्रद्धालुओं के लिए आधुनिक सुविधाएं
महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए निम्नलिखित सुविधाएं दी जा रही हैं:
- स्मार्ट शौचालय और स्वच्छता: घाटों पर 10,000 से अधिक मोबाइल शौचालय लगाए गए हैं। स्वच्छता बनाए रखने के लिए 24/7 सफाई कर्मी तैनात रहेंगे।
- आवास की व्यवस्था: श्रद्धालुओं के लिए टेंट सिटी और धर्मशालाओं का निर्माण किया गया है।बजट और प्रीमियम श्रेणी के आवास विकल्प उपलब्ध हैं।
- डिजिटल सेवाएं: सूचना केंद्रों और ऐप्स के माध्यम से लाइव लोकेशन और स्नान समय की जानकारी दी जाएगी। खोए हुए व्यक्तियों को ढूंढने के लिए डिजिटल पहचान प्रणाली लागू की गई है।
ट्रैफिक और परिवहन प्रबंधन
महाकुंभ के दौरान यातायात व्यवस्था को बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए प्रशासन ने विशेष उपाय किए हैं:
- पार्किंग प्रबंधन:मुख्य स्थानों पर 50 से अधिक पार्किंग ज़ोन बनाए गए हैं।
- शटल बस सेवा:श्रद्धालुओं को आयोजन स्थल तक लाने-ले जाने के लिए 1000 बसों का संचालन किया जाएगा।
- रेलवे और हवाई यात्रा:भारतीय रेलवे और एयरलाइंस ने विशेष ट्रेन और फ्लाइट की व्यवस्था की है।