
नोएडा न्यूज़ फाइल फोटो
नोएडा [TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत 1030 केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) जवानों की तैनाती को मंजूरी दी गई है। यह निर्णय नोएडा और नवी मुंबई एयरपोर्ट के संचालन के पहले चरण के तहत लिया गया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 1030 CISF जवानों की तैनाती केंद्र सरकार का दूरगामी निर्णय है। यह न केवल हवाई अड्डे की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि नोएडा और आसपास के क्षेत्रों के विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। जेवर एयरपोर्ट भारत को वैश्विक स्तर पर एक अलग पहचान देने में सफल साबित हो रहा है।
CISF जवानों की भूमिका और तैनाती
नोएडा एयरपोर्ट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए CISF के जवानों को तैनात किया जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट के लिए 1030 जवान और नवी मुंबई एयरपोर्ट के लिए 1840 जवान तैनात किए जाएंगे। हवाई अड्डे के संचालन शुरू होने से 45 दिन पहले जवान अपनी ड्यूटी संभाल लेंगे। इस तैनाती का नेतृत्व उप महानिरीक्षक (DIG) रैंक के अधिकारी करेंगे।
CISF की विशेषज्ञता
CISF वर्तमान में भारत के 68 हवाई अड्डों की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही है। इसे राष्ट्रीय नागर विमानन सुरक्षा बल के रूप में भी जाना जाता है। इसकी विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए नोएडा और नवी मुंबई जैसे नए हवाई अड्डों पर भी इसकी सेवाएं ली जा रही हैं।
हवाई अड्डे की सुरक्षा का विस्तार
एयरपोर्ट के पहले चरण के परिचालन के बाद सुरक्षा बलों की संख्या में और इजाफा किया जाएगा। हवाई अड्डों के विस्तार और दूसरे चरण के संचालन के तहत यह बदलाव किए जाएंगे।
जेवर एयरपोर्ट: भारत को मिली अलग पहचान
जेवर एयरपोर्ट ने न केवल गौतमबुद्ध नगर बल्कि पूरे भारत को एक नई पहचान दी है। पिछड़ा इलाका: कभी जेवर को गौतमबुद्ध नगर का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता था। एयरपोर्ट की वजह से जमीन के रेट आसमान में हैं। एयरपोर्ट निर्माण से पहले यहां की जमीन के दाम बेहद कम थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों ने इस इलाके को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
नोएडा एयरपोर्ट का विकास
25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एयरपोर्ट की नींव रखी। इसके बाद से ही यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश की तरक्की का प्रतीक बन गया है।