
टीवी 47 न्यूज नेटवर्क।
गाजियाबाद,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। गाजियाबाद पुलिस ने एक अनोखे मामले में फर्जी अपहरण का दावा करने वाले इंद्रराज नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी ने खुद को कई साल पहले खोया हुआ बेटा बताकर कई परिवारों के साथ रहने का फर्जीवाड़ा किया। यह मामला 24 नवंबर, 2024 का है, जब आरोपी ने गाजियाबाद के खोड़ा पुलिस थाने में जाकर दावा किया कि वह 30 साल पहले राजस्थान के जैसलमेर से अपहृत होकर बंधक बना था और किसी तरह भागकर दिल्ली आया।
फर्जी अपहरण की कहानी और पुलिस जांच
आरोपी ने अपनी कहानी में बताया कि वह एक ट्रक में सवार होकर दिल्ली पहुंचा था। इसके बाद पुलिस ने उसकी पहचान सत्यापित करने के लिए सोशल मीडिया, अखबारों और अन्य माध्यमों से उसकी फोटो जारी की। गाजियाबाद के शहीदनगर के निवासी तुलाराम ने आरोपी को अपने खोये हुए बेटे भीम सिंह उर्फ पन्नू के रूप में पहचाना। इसके बाद खोड़ा पुलिस ने आरोपी को तुलाराम के हवाले कर दिया।
अपराधी का असली चेहरा सामने आया
हालांकि, तुलाराम को आरोपी के व्यवहार पर शक हुआ क्योंकि उसका व्यवहार उसके खोये हुए बेटे जैसा नहीं था। 27 नवंबर को तुलाराम ने साहिबाबाद पुलिस से संपर्क किया और बताया कि वह व्यक्ति उनका खोया हुआ बेटा नहीं हो सकता। इस पर पुलिस ने गहन पूछताछ की, जिसमें आरोपी ने अंततः अपनी सच्चाई बताई। आरोपी ने खुद को राजस्थान के जैतसर के निवासी इंद्रराज के रूप में पहचाना।
इंद्रराज का अपराधी इतिहास
इंद्रराज ने बताया कि वह बचपन से ही मामूली चोरी के मामलों में शामिल था, जिसके कारण 2005 में उसके परिवार ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद उसने कई नामों से फर्जी अपहरण की कहानियां बनाई और विभिन्न परिवारों के साथ रहा। इंद्रराज ने देहरादून, दिल्ली और राजस्थान जैसे स्थानों पर खुद को खोया हुआ बेटा बताकर कई परिवारों के साथ समय बिताया। वह देहरादून में आशा शर्मा के बेटे के रूप में और दिल्ली में पंकज कुमार तथा राम प्रताप के नाम से भी रह चुका था।