
एटा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा तोड़ी
एटा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक गंभीर घटना घटी है, जहां कोतवाली नगर इलाके में स्थापित जनसंघ के पूर्व अध्यक्ष पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा को तोड़ा गया। यह घटना शनिवार रात हुई और पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला को गिरफ्तार किया है। इस घटना ने जिले में एक नया विवाद पैदा कर दिया है और पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा तोड़ी
24 नवंबर 2024 को हुई इस घटना में एटा जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र के एक प्रमुख चौराहे पर स्थापित पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का शीशा तोड़ा गया। प्रतिमा का तोड़ा जाना ना केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के आदर्श नेता माने जाते हैं।
सीसीटीवी कैमरे से खुलासा
पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह पाया गया कि घटना के समय एक महिला जो मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत हो रही थी, प्रतिमा के पास आई और उसने प्रतिमा का शीशा तोड़ दिया। फुटेज के आधार पर पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उसे पूछताछ के लिए थाने लाया गया है।
पुलिस ने दी जानकारी
एटा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी महिला की पहचान की जा चुकी है और वह मानसिक अस्वस्थता से जूझ रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि महिला का इलाज पहले भी किसी मानसिक चिकित्सक द्वारा किया जा चुका है। हालांकि, महिला ने अपने कृत्य पर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगामी कार्रवाई की जा रही है।
घटना के राजनीतिक पहलू
पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनता पार्टी के आदर्श नेता थे और उनके विचार देशभर में सम्मानित किए जाते हैं। उनकी प्रतिमा पर हमले को लेकर इलाके में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भाजपा और विपक्षी दलों के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह घटना सोची-समझी साजिश हो सकती है, जबकि विपक्षी दलों ने इसे एक व्यक्तिगत कृत्य माना है।
स्थानीय लोगों का आक्रोश
इस घटना के बाद इलाके के स्थानीय लोगों में गुस्सा है। कई स्थानीय निवासी और भाजपा कार्यकर्ता प्रतिमा की रक्षा को लेकर सड़कों पर उतर आए और पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की। स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और पुलिस से घटना के पीछे की पूरी सच्चाई सामने लाने की अपील की है।
पुलिस की ओर से सुरक्षा उपाय
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने एटा में सुरक्षा बढ़ा दी है। कोतवाली नगर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे किसी भी तरह की शरारत को बर्दाश्त नहीं करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।