
यूपी उपचुनाव 2024
मुजफ्फरनगर,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में चल रहे उपचुनाव के दौरान बुधवार को ककरौली गांव में दो समूह आपस में भिड़ गए। इस भिड़ंत के परिणामस्वरूप पथराव हुआ, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया और हिंसा को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अभिषेक सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
स्थिति पर पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने दावा किया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है। हालांकि, पथराव की वजह से इलाके में तनाव का माहौल बन गया था। एसएसपी अभिषेक सिंह ने यह भी कहा कि घटनास्थल पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और मतदान प्रक्रिया को प्रभावित होने से बचाया।
विवाद और आरोप
घटना के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर दिए। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार मोहम्मद अरशद ने कहा कि ककरौली गांव में मतदान प्रतिशत कम रहा और पुलिस मतदाताओं को घरों से बाहर नहीं आने दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस लोकतंत्र के इस महत्वपूर्ण दिन पर मतदाताओं से दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है।
समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार सुम्बुल राणा ने भी इसी प्रकार के आरोप लगाए, उनका कहना था कि पुलिस मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के लिए उनके पहचान पत्र की जांच कर परेशान कर रही है।
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) की उम्मीदवार मिथलेश पाल ने कहा कि उन्हें निर्वाचन क्षेत्र के बाहर से फर्जी मतदान के लिए लोगों को बुलाए जाने की जानकारी मिली है। उन्होंने दावा किया कि कुछ मदरसों और स्कूलों में इन लोगों को ठहराया गया था, और बुर्का पहने महिलाएं फर्जी मतदान कर रही थीं।
सपा अध्यक्ष की टिप्पणी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिसकर्मियों को मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच न करने की सलाह दी थी। इस पर रालोद की उम्मीदवार मिथलेश पाल ने कहा कि फर्जी मतदान को रोकने के लिए पहचान पत्र की जांच जरूरी है, और पुलिस का ‘लचीला रवैया’ इस समस्या का कारण बन रहा है।