
फाइल फोटो।
अमेठी,[ TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में 78 वर्षीय बुजुर्ग विशेश्वर सरोज की मौत हो गई, जो एक जमीन विवाद के चलते हुई झड़प में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यह घटना मंगलवार को अमेठी के भाले सुल्तान शहीद स्मारक क्षेत्र के समीप स्थित मतन का पुरवा गांव में हुई थी।
झड़प के दौरान घायल हुआ बुजुर्ग
पुलिस के मुताबिक, विवाद जमीन के कब्जे को लेकर हुआ था, जिसमें प्रतिद्वंद्वी गुट द्वारा लाठी-डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया गया। इस हमले में विशेश्वर सरोज, राज, कालिका प्रसाद और ममता घायल हो गए थे। सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था। सरोज की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
मुकदमा दर्ज, आरोपी गिरफ्तार
अमेठी पुलिस ने इस मामले में सुधराम, प्रदीप कुमार, शाही और राजकुमारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों पर हत्या के प्रयास, खतरनाक हथियारों से हमला करने, आपराधिक धमकी देने और शांति भंग करने के आरोप लगाए हैं।
ममता सरोज ने दी घटना की जानकारी
घायल ममता सरोज ने बताया कि चार नवंबर को आरोपी सुधराम और अन्य व्यक्ति उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे, जिसे लेकर उन्होंने थाने में शिकायत दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को जमीन से हटा दिया था। लेकिन पांच नवंबर को आरोपियों ने उनके परिवार पर हमला कर दिया, जिसमें उनके पिता विशेश्वर सरोज गंभीर रूप से घायल हो गए।
सामाजिक और कानूनी नज़रिए से महत्वपूर्ण घटना
यह घटना न केवल अमेठी जिले के लिए, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। जमीन विवादों में हिंसा की बढ़ती घटनाएं और इस प्रकार की घटनाओं में बुजुर्गों की जान जाने से यह साबित होता है कि जमीनी विवादों के मामलों में कानून व्यवस्था की गंभीर कमी है। पुलिस ने मामले को दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या जमीन विवादों में हिंसा और अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।