
फाइल फोटो।
गाजियाबाद [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। गाजियाबाद में जिला एवं सत्र न्यायालय परिसर में मंगलवार को उस वक्त हंगामा मच गया जब अग्रिम जमानत के एक मामले की सुनवाई के दौरान वकीलों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हो गई। इस झगड़े में कई वकील घायल हुए और गुस्साए वकीलों के एक समूह ने स्थानीय पुलिस चौकी में आग भी लगा दी।
किस बात पर शुरू हुई बहस
राज नगर इलाके में स्थित गाजियाबाद जिला न्यायालय में सुबह 11 बजे एक जमानत याचिका की सुनवाई हो रही थी। इस दौरान कुछ वकील प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई कराने की मांग कर रहे थे। जिला न्यायाधीश के इनकार के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा के अनुसार, वकीलों ने सुनवाई के दौरान न्यायाधीश पर दबाव बनाने और हमले का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने हल्के बल का प्रयोग किया और मामला बढ़ता चला गया।
वकीलों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नाहर सिंह यादव और अन्य वकीलों ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को शिकायत भेजी है। इसमें आरोप लगाया गया कि जज ने आपा खो दिया और पुलिस को बुलाकर लाठीचार्ज करवाया, जिससे कई वकील घायल हो गए। यादव ने सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने की मांग की ताकि मामले की निष्पक्षता बनी रहे।
पुलिस की भूमिका और लाठीचार्ज
विवाद बढ़ने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत करने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति बिगड़ गई और लाठीचार्ज करना पड़ा। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में पुलिस और वकीलों के बीच झड़प साफ देखी जा सकती है, जिसमें पुलिसकर्मी वकीलों पर लाठी और कुर्सी से हमला करते दिखाई दे रहे हैं।
गाजियाबाद अदालत में हुए इस हंगामे ने अदालत परिसर में सुरक्षा और न्याय प्रक्रिया की गरिमा पर सवाल उठाए हैं। वकीलों और पुलिस के बीच हुए इस विवाद का विस्तृत जांच की मांग की जा रही है ताकि निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।