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नई दिल्ली, [TV 47 न्यूज़ नेटवर्क]। सूत्रों के अनुसार, देश में अगले साल से जनगणना की प्रक्रिया शुरू होगी, जो 2025 से 2026 तक चलेगी। यह जनगणना भारतीय जनसंख्या के डेटा को एकत्रित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिससे विभिन्न सामाजिक और आर्थिक योजनाओं को लागू करने में मदद मिलेगी।
जनगणना के बाद, सीटों का परिसीमन किया जाएगा, जो कि 2028 तक पूरा होने की संभावना है। इस परिसीमन का उद्देश्य संसदीय और विधानसभा क्षेत्रों की संख्या और सीमा को निर्धारित करना है।
सूत्रों का कहना है कि इस बार जनगणना में धार्मिक आधार पर डेटा एकत्रित करने पर भी विचार किया जा रहा है, जिससे विभिन्न समुदायों के विकास के लिए विशेष योजनाएं बनाई जा सकें।
यह जनगणना न केवल भारतीय समाज की संरचना को समझने में मदद करेगी, बल्कि विकास योजनाओं और संसदीय प्रतिनिधित्व को भी बेहतर बनाने में सहायक होगी। आगामी जनगणना की तैयारी के लिए सभी संबंधित विभागों को सक्रिय रूप से काम करने की आवश्यकता है।