
पूर्व आईएएस रमा रमण की फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा के बहुचर्चित भूमि घोटाले में एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। घोटाले में कथित संलिप्तता के चलते नोएडा अथॉरिटी के पूर्व सीईओ रमा रमण ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए कोर्ट में अंतरिम जमानत याचिका दायर की है। रमा रमण पर आरोप है कि उनके कार्यकाल में हुए भूमि आवंटन में अनियमितताएं हुईं, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचा।
घोटाले की जांच और रमा रमण की भूमिका
नोएडा भूमि घोटाला पिछले कुछ वर्षों से चर्चा में है। प्रवर्तन निदेशालय और अन्य जांच एजेंसियां इस केस की गहराई से जांच कर रही हैं। रमा रमण का नाम प्रमुख आरोपियों में शामिल है, जिन पर भूमि आवंटन में कथित धांधली करने के गंभीर आरोप लगे हैं। उनकी इस कथित संलिप्तता के कारण मामला अब और भी गंभीर रूप ले चुका है, जिसमें कई प्रभावशाली नाम शामिल हैं।
अदालत में याचिका और जमानत की संभावनाएं
रमा रमण ने अपनी याचिका में दावा किया है कि वे किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं हैं और जमानत पर रिहा होने के बाद वह जांच में सहयोग करेंगे। अदालत अब उनकी याचिका पर सुनवाई करेगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि उन्हें अंतरिम जमानत मिलेगी या नहीं।
नोएडा भूमि घोटाले से जुड़ी अन्य गिरफ्तारियां
ईडी ने इस घोटाले के संबंध में कई गिरफ्तारियां की हैं और कई अधिकारियों से पूछताछ भी की है। इस घोटाले से जुड़ी जांच के दौरान अब तक कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ चुके हैं, जिनमें सरकारी अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं।