
फाइल फोटो।
नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। शहर में साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए डोर टू डोर कूड़ा उठाने का काम मैसर्स एजी एनवरो इन्फ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड को सौंपा गया है। हालांकि, कंपनी द्वारा अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाही बरतने के कारण नोएडा प्राधिकरण ने कड़ा कदम उठाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है।
क्या है मामला?
मैसर्स एजी एनवरो को नोएडा क्षेत्र में विभिन्न सैक्टरों और ग्रामों से डोर टू डोर कूड़ा एकत्रित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन, कई क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में डोर टू डोर कलेक्शन वाहन तैनात नहीं किए गए। इसके चलते स्थानीय निवासी अपना कूड़ा खुले स्थानों और सड़कों पर डालने लगे। अक्तूबर, 2024 में कंपनी ने लगभग 17,448 घरों से प्रतिदिन कूड़ा नहीं उठाया, जिससे शहर में गंदगी बढ़ गई।
ग्रामों में भी फैली गंदगी
नोएडा के ग्राम क्षेत्रों से कूड़ा एकत्र करने में भी लापरवाही देखने को मिली। ग्रामों में गाड़ियों और रिक्शों की कमी के कारण सड़कों पर कूड़ा जमा हो गया, जिससे ये स्थान GVP (गंदगी से प्रभावित स्थल) में बदलने लगे। इस लापरवाही से न केवल शहर की छवि प्रभावित हो रही है, बल्कि नोएडा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।
नोएडा प्राधिकरण की सख्त कार्रवाई
नोएडा प्राधिकरण ने पहले भी कंपनी को कूड़ा संग्रहण की व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसके बावजूद कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला। अब, अनुबंध के नियम और शर्तों का उल्लंघन होने पर प्राधिकरण ने मैसर्स एजी एनवरो को चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया है। कंपनी को निर्देश दिया गया है कि वह वाहनों की संख्या बढ़ाकर डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण सुनिश्चित करे।
रियल एस्टेट और शहर की छवि पर असर
शहर में कूड़ा प्रबंधन की यह लापरवाही रियल एस्टेट और नोएडा की छवि पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। कूड़े का सही ढंग से न उठाए जाने से न केवल पर्यावरण पर असर पड़ता है, बल्कि शहर में निवेशकों और नए निवासियों के लिए भी यह एक बड़ी समस्या बन सकता है।