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नोएडा [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। नोएडा में रियल एस्टेट सेक्टर में तेजी के बीच अब पांच साल बाद सर्किल रेट में बढ़ोतरी होने जा रही है। इससे मकान, दुकान और खेती की जमीन के दामों में उछाल आएगा। नोएडा के रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ने इस फैसले पर मुहर लगाई है, जिससे शहर में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ने की संभावना है।
सर्किल रेट क्या होते हैं?
सर्किल रेट वह न्यूनतम मूल्य होता है, जिस पर कोई भी संपत्ति खरीदी-बेची जाती है। यह सरकार द्वारा निर्धारित होता है और इसकी मदद से रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता बनी रहती है। सर्किल रेट बढ़ने से प्रॉपर्टी की खरीदारी महंगी हो जाती है, क्योंकि स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क भी बढ़ता है।
क्यों बढ़ाए जा रहे हैं सर्किल रेट?
पिछले पांच सालों से नोएडा में सर्किल रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया था, लेकिन अब रियल एस्टेट सेक्टर में आई तेजी को देखते हुए सर्किल रेट में बढ़ोतरी की गई है। नोएडा के रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ने सर्किल रेट्स को बढ़ाने का निर्णय लिया है ताकि सरकारी खजाने को अधिक राजस्व प्राप्त हो सके और प्रॉपर्टी के दामों में स्थिरता बनी रहे।
किस प्रकार की संपत्तियों पर असर होगा?
सर्किल रेट बढ़ने का सीधा असर आवासीय, व्यावसायिक और कृषि भूमि पर पड़ेगा। मकान और दुकानों के साथ-साथ खेती की जमीन के दाम भी महंगे होंगे। इससे प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं, जिससे घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों को अधिक खर्च करना पड़ सकता है।
रियल एस्टेट सेक्टर पर प्रभाव
सर्किल रेट बढ़ने से नोएडा के रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ा प्रभाव देखने को मिल सकता है। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने से निवेशकों के लिए मुनाफे का मौका बन सकता है, लेकिन दूसरी ओर आम जनता के लिए मकान खरीदना महंगा हो सकता है। साथ ही, प्रॉपर्टी टैक्स और अन्य कर भी बढ़ सकते हैं।