
वाराणसी स्टेडियम नामकरण की फाइल फोटो।
वाराणसी [ TV 47 न्यूज नेटवर्क ]। वाराणसी में डॉक्टर सम्पूर्णानंद स्टेडियम का नाम कथित रूप से बदलकर वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स किए जाने के आरोप के बाद राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रवींद्र जायसवाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। वाराणसी स्टेडियम नामकरण विवाद के चलते कांग्रेस और राज्य सरकार के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। जहां सरकार नाम बदलने के आरोपों को गलत बता रही है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक मुद्दा बना रहा है। आइए जानते है कि आखिर विवाद की जड़ क्या है। राजनेता आरोप और प्रत्यारोप क्या कर रहे हैं।
विवाद की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी के सिगरा स्थित वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) ने स्टेडियम का नाम बदलने का आरोप लगाया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि निमंत्रण पत्र में स्टेडियम का नाम डॉक्टर सम्पूर्णानंद स्टेडियम की बजाय वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स लिखा था।
कांग्रेस का आरोप
अजय राय ने सोशल मीडिया पर कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र की तस्वीर साझा की और रेखांकित किया कि स्टेडियम का नाम बदले जाने की पुष्टि निमंत्रण में दी गई जानकारी से होती है। उन्होंने राज्य मंत्री रवींद्र जायसवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और कहा कि जनता को गुमराह किया जा रहा है।
सरकार का पक्ष
मंत्री रवींद्र जायसवाल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि स्टेडियम का नाम नहीं बदला गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तो सम्पूर्णानंद स्टेडियम के अंदर बनाया गया है और नाम बदलने का कोई प्रस्ताव सरकार के समक्ष नहीं रखा गया है।
जायसवाल ने कांग्रेस और सपा पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही हैं। इसके अलावा, वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी ने भी कहा कि स्टेडियम का नाम नहीं बदला गया है।
समाजवादी पार्टी का विरोध
इससे पहले, समाजवादी पार्टी के नेता आशुतोष सिन्हा ने स्टेडियम के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। सपा ने स्टेडियम का नाम बदलने को लेकर राज्य सरकार की निंदा की और इसे ऐतिहासिक धरोहर के खिलाफ बताया।
डॉक्टर सम्पूर्णानंद का योगदान
डॉक्टर सम्पूर्णानंद वाराणसी में जन्मे एक शिक्षाविद और कांग्रेस नेता थे। वह उत्तर प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री थे और बाद में राजस्थान के राज्यपाल भी रहे। उनके नाम पर रखा गया यह स्टेडियम वाराणसी की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।